22/04/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “अनुभूति/Feelings”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
First
Dr.(Major)Shital Jindal
•●•अनुभूति•●•
“सहमे हुए से इस ग़मों के मौसम में
सुनाई देना तेरी खिलखिलाहट का,
कभी कागज़ के पन्नों पे बिखरी सी
दरवाज़ों के उस पार तेरी आहट का,
मोह की डोर की उलझनों में लिपटी
कुछ तो सबब इस कुलबुलाहट का,
अनुभूति दिला जाता है, कभी मुझे
प्यार तेरा, जाड़ों में भी गर्माहट का,
मानो ताउम्र के लिए प्रखर रहेगा यहाँ
सिलसिला प्रीत की कसमसाहट का।”✍️
IG: Shital.jindal
Second
Savita Sawasia
💛अनुभूति💛
है अत्यंत तीव्र मन की गति
बन्द आँखो से की मैंने तेरी अनुभूति…
तेरे साथ से है हर सुबह सुनहरी,
पल पल ज़हन में बसी तेरी स्मृति….
किया जो इज़हार-ए-मोहब्बत तूने,
नहीं कर पाई बयां शब्दों में वो अनुभूति…..
सोचती हूँ हर लम्हा मैं तुझे,
जब भी चलाऊँ क़लम बन जाती तेरी मुखाकृति….
लगा बैठी तुझ संग जब से प्रीति,
होती है मन को अनमोल अनुभूति…..
Third
Zeenat
Feeling..
I have my feelings..
For you that are dealings..
The feeling of your touch..
The vibe of your love that is much..
The feeling of your smile..
That remove my pain to many of miles..
The feeling of your love..
Thats is one sided that’s why it is so tough..
The feelings are like heaven..
But reality is like striven..
al.fi7709
Special Write-up
Shabeena Khatoon
°•°•°•°•°•° अनुभूति °•°•°•°•°•°•°
हर राज़ दिखाया जाए, ज़रूरी तो नहीं…
हर बात बताई जाए, ज़रूरी तो नहीं…
हमेशा लबो को ही तकल्लुफ क्यों दे ?
कुछ मशक्कत, अनुभूति को भी करने दो न ।
क्या ये तुम्हारा फर्ज़ नहीं ?
हर इशारा समझाया ही जाए, ज़रूरी तो नहीं…
हर काम में दिमाग़ ही लगाया जाए, ज़रूरी तो नहीं…
दिल का प्रयोग भी कर लिया करो, इसमें कोई हर्ज़ तो नहीं ।
मेरी अनुभूति को, अपनी अनुभूति के डोर से बंधने दो न,
आख़िर! ये कोई मर्ज़ तो नहीं !!
Instagram I’d:- @heaven_writes_2020
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