27/01/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “एहसान जताने के लिए ” / “Do me the Favour”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
First

Zeenat
Do me a favour..
Could you please do something for me..
Just tell everybody that be away from me..
I am a sorrow, I am a dark I know very well
People got infected of my dipression and this depression is such a hell..
Do me a favour
Let the darkness come to me
Because it is the one who only loves me..
Just leave me alone,
I want emptiness..
I don’t need anyone, I only need my sadness…
Do me a favour just kill me
Because on this earth, I am such a liability..
Insta id-@al.fi7709
Second

The Unknown Girl
“एहसान जताने के लिए”
आज उन्होंने भी वो किताब खोल डाली
जिसमें छुपाए थे उन्होंने कुछ कीमती पल,
वो पल जब उसके कुछ ना बोलने पर भी
उसकी हर जरूरत जान लेते थे
उसकी नाराजगी से उसकी खुशी की कीमत पहचान लेते थे
अपनी थाली में एक रोटी कम भी चलती थी उनको
पर उसकी हर जरूरत पूरी हो ये कहते थे खुद से
दिन का चैन रातों की नींद छोड़कर चाहा था जिसने
जब उनसे पूछा गया इतने साल उन्होंने किया क्या है
तब ना चाहते हुए भी बताना पड़ा उन्हें
उन पर किए गए खर्च
किए गए “एहसान जताने के लिए”
Insta- the_unknowngirl1408
Third

Shivangi Jain
करते हैं सब दुआ अपनी सलामती के लिए
शुक्रिया करो इस जिंदगी का एहसान जताने के लिए
किसी का काश तू किसी का अगर रह जाता है
किसी की ख्वाहिश पूरी
तो किसी अहंकार का टूट जाता है
यादें रह जाती है उन हसीन पलों की
किसी को कोई मतलब से तो किसी को कोई टूट कर चाहता है
उन पलों को थोड़ा सा और जी ले
यह फूल की तरह खुशबू बिखराता है
यह एहसास बेहतरीन पलों की याद दिलाता है
एहसास तब होता है अपनों का जब अपना कोई दूर चला जाता है
फिर किताबों के ढेरों पन्नों में अपने आपको उलझाता है
Insta – Zindagi gulzar hai 1188
Special Write-up
Muskan

एहसान जताने के लिये :
उस चाँद सा हसीन था यार मेरा,
इन सर्दी में चमकती धूप सी थी बातें मेरे प्यार की।
अब वो चाँद दिखता नही,
अब वो धूप निकलती नही।
पर शुक्रिया ये एहसान जताने को,
मुझे मुझसे ही रुबरु कराने को।
शुक्रिया मुझे ये समझाने को,
कि फुल मिले चाहे जहाँ भी,
खुशबू देगा वो चंद लम्हो की ही।।
Ig – confused_yaara
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