“दोस्त/Friend”– YMPH DAILY CHALLENGE WINNERS POETRY

05/02/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “दोस्त” / “Friend”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।

First

Munindra Kumar Sant

एक सच्चे दोस्त के लिए कुछ पंक्तियां-
आज भी उस पहली मुलाकात को याद करता हूं,
अनजान से खास बने हर पलों को याद करता हूं,
तेरी सादगी किसी कोहिनूर से कम नहीं,
भाई का साथ- पापा की डांट- मां का प्यार सब एक साथ मिला,तेरे रूप में मुझे परिवार मिला,
परेशान करने के लिए तुझे लाखों नामों से बुला लूं,तेरे प्यार का नाम लेकर तुझे चिढ़ा लूं,
बहुत लोगों को अपना बनाया पर तू कुछ उनमें से है जिसने मुझे अपना बनाया,
समय का पहिया बहुत घुमा पर हर बार तुझे एक सच्चे दोस्त की तरह हर कोने में पाया,

Insta id- munindrakumar03

Second

Saumya Sharma

दोस्ती …..

हर खुशी तकलीफ साथ-साथ जिया करते थे
हार हो या जीत एक दूसरे का साथ दिया करते थे
कभी तुम हमसे कभी हम तुमसे रूठ जाया करते थे
फिर एक दूसरे की हम खुद से ज्यादा परवाह किया करते थे
बस कल की ही बात लगती है हम तुम अपनी दोस्ती पर कितना इतराया करते थे
यकीन नहीं होता वक्त साथ हालात इतने बदल जाएंगे हम अपनी दुनिया मैं इस कदर खो जाएंगे
एक दूसरे की जिंदगी में बस याद बनकर रह जाएंगे
खैर हम ना तुमसे ना जिंदगी से कोई शिकायत करेंगे बस इस यकीन को हमेशा दिल में कायम रखेंगे जब फिर दिल से पुकारेंगे तुम्हें अपने पास पाएंगे……

Third

Payaswini Chaudhary

“दोस्ती” – अर्थात
यह एक सुलझा हुआ सवाल है,
जो वैदिक युगों से भी प्राचीन है,
यह भरोसे की पकड़ है,
एक मर्यादा है,
एक पहल है,
एक विश्वास है,
यह अपने आप में पवित्र है, एवं
पवित्रता का प्रतीक है,
हर बंधन से परे हैं,
समाजिक, व असमाजिक, सभी वर्णों में यह अनमोल है,
यह अनजान रिश्ते में मानवता है,
गैरों में अपनापन है,
लाख ढूंढ लो दौलत के दम पर,
मगर यह दो बच्चों के बीच का बचपन है,
यह ना कोई स्वार्थ है ना कोई हानि,
बस जिंदगी भर का कर्ज है जिसकी कीमत किसी ने नहीं जानी….
आजकल की भागदौड़ में,
हम बहुत कुछ नजरअंदाज कर रहे हैं,
न दोस्तों के साथ वक्त गुजर रहा है,
ना ही उस वक्त का इंतजार कर रहे हैं…..
लोग इस कदर खुद में मशरूफ है कि दोस्ती में भी स्वार्थ ढूंढ रहे हैं,
मतलब से याद करते हैं,
वरना राम-राम तक नहीं कहते हैं…..
देखकर जमाने का यह रंग,
Miss_choudhury कह रही है….
दोस्ती तो मिलेगी,
मगर वक्त के साथ बेहिसाब किराये भी लगेगी. …..

Ig – payasayari

Special Write-up

Khushi Tank

बेदम है यह संसार तेरे बिन,
खुशकिस्मत है वो जिसके संग तु,
हल हैं सभी परेशानियों का,
लाइफलाइन है जिसके साथ है तु,
खुदा का फरिश्ता है तु,
जिंदगी की हस्ती हुई किरण है तु,
किसी के किस्सों की चलती फिरती पुस्तक है तु,
किसी के दर्द पे मलहम तु,
ऐ दोस्त करीब है तु जैसे दिल की धड़कन |

Insta id – kia__2000

Mrunmayi

Dosti
Friendship needs no studied phrases,
polished face, or winning wiles;
Friendship deals no lavish praises,
Friendship dons no surface smiles.

Friendship follows Nature’s diction,
Shuns the blandishments of Art,
Boldly severs truth from fiction,
Speaks the language of the heart.

Friendship favors no condition,
Scorns a narrow-minded creed,
Lovingly fulfills its mission,
Be it word or be it deed.
Friendship cheers the faint and weary,
Makes the timid spirit brave,
Warns the erring, lights the dreary,
Smooths the passage to the grave.

Friendship – pure, unselfish friendship,
All through life’s allotted span,
Nurtures, strengthens, widens, lengthens,
Relationship with excellent memories.
Ig- _Mrunmayi❤️🌹

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