“प्रेरणस्रोत” / “Inspiration”– YMPH DAILY CHALLENGE WINNERS POETRY

06/01/2021 की प्रतियोगिता का विषय है प्रेरणस्रोत/Inspiration। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।

Special Write-up

Shivendra Pratap Singh

जुबां जब जब खामोश हुई मेरी,
कलम ये मेरी तब तब बोल उठी,

शहर का शहर जहां सुनसान पड़ा था,
मुर्दा इन्सानों तक में वहां ये जान घोल उठी,

कर दिया ऐलान ए जंग इतनी खामोशी से कि,
रुके हुए धड़कने से एक तुफां सी बोल उठी,

अंगार निकलने लगे सबकी जुबां से तब,
तीखी सी जज्बात बनकर,

गर्दिश में निकली आवाम ने जैसे,
हर मुश्किल जंजीरें खोल उठी,
Ig-@shivasinghksh

Avijit Basu Roy

Inspiration
The little seed sleeps,
Deep down, in the dark womb of earth,
Yet, it dreams of the open sky,
And raises its hands above.
Thus, it keeps growing, from a seedling,
To a sapling, and finally to a giant tree.
The ladder of inspiration,
Lies embedded deep within our souls,
Once found, it takes us from,
Where we are to where we could be.
Ig-bravijit@kahamkhyali

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