“बलात्कार/Rape”– YMPH DAILY CHALLENGE

02/03/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “बलात्कार/Rape”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।

First

Shabeena Khatoon

बलात्कार के बाद का दृश्य:-
“बलात्कार”

उस दरिंदे की नियत में खोट था,
लेकिन दोषी, मुझे और मेरे कपड़ों को बताया गया था ।
मुझे इंसाफ़ दिलवाने के बजाए,
‘लड़की तेरी ही बदचलन थी’
ऐसा कहकर मेरे पापा को सताया गया था।।

हर घड़ी, हर पल, मैं दर्द से सिसकती रही,
और वही दूसरे कमरे में बैठी, मेरी मां भी तड़पती रही,
भाई की आंखों में भी नमी थी ,लेकिन नज़रे उसकी भी झुकी रही ।
कोई बताए तो सही,
आख़िर! क्या दोष था मेरा?
क्या मैं लड़की हूं, यही कसूर था मेरा ?

मेरे जिस्म, मेरे रूह को झंझोड़ दिया उसने,
मेरे बदन को, यूं ही अधनग्न छोड़ दिया उसने,
आख़िर! कब तक ये रिवाज़ चलता रहेगा ?
हर हादसे के बाद, कसूरवार लड़की को ही ठहराया जाएगा,
आख़िर! क्यों बहिष्कार किया गया मेरा ?
क्या मैं लड़की हूं, यही कसूर था मेरा?

उम्मीद लगाए बैठी हैं,
देश की हज़ारों बेटियां,
कि अब तो मिलेगा इंसाफ़,
कुछ कानून बनेंगे ख़ास,
ताकि लग सके, दरिंदो के पैरों में बेड़ियां,
और हाथों में हथकड़ियां ।
लड़की हूं, लेकिन लड़की होना कसूर नहीं हैं मेरा ।।

बंद करो अब ये अत्याचार,
और ये जिस्म की हवस का व्यापार,
अब नहीं देखा जाता, ये ‘सिलसिला-ए-बलात्कार’ ।।

Instagram I’d:- @heaven_writes_2020

Second

Jyoti Mahant

Jyoti Mahant

माँ बनने का सुख,
तू क्या जाने ए दरिन्दे।।।

पेट में 9 महीने उस शिशु को रख,
उस दर्द को तू क्या जाने ए दरिन्दे।।।

गोद पर जब उसे पहली बार लिया,
तो उस मुस्कराहट को तू क्या जाने ए दरिन्दे।।।

उसकी किलकारी से सारा आँगन गूँज जाता है,
लेकिन उसने जो दर्द सहा वो दर्द तू क्या जाने ए दरिन्दे।।।

तूने अपनी छंद मिंटो की हवस बुझाने के लिए उसके ज़िंदगी की लौ बुझा दी,
अपनों के खोने का दर्द तू क्या जाने ए दरिन्दे।।।

ना जाने उसने कितने सपने सजाये होंगे,
जो तेरे वहशी दरिंदगी के शिकार हो गए।।।

क्या थी उसकी गलती जो तेरी इंसानियत मर गई,
ख़ुश तो होगा ना तू तेरी हैवानियत जो जीत गयी।।।

Third

Tanisha Awaghade

Fear took control
Confidence was vanished
This happened because she got raped..!

She was socially distanced
She was judged
This happened because she got raped..!

No one by her side
She was all alone sobbing in her room
This happened because she got raped..!

Respect was exchanged with abusive behavior
Behavior which gave chills to her soul
This happened because she got raped..!

Pain was given unto her
Thoughts of committing suicide were into her
This happened because she got raped..!

The one who loved, left her alone
The one who Desired , took everything from her
Because she was raped..!

Instagram ID :- @amour_128