24/03/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “रंग प्रीत के/Color of Love”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
First
Sweta Roy
रंग प्रीत के
इंद्रधनुष सी सतरंगी दुनियाँ
उनसे कुछ रंग मैं चूरा लूँ
रंग प्रीत का चुनर ओढ़
आज अपनी रंगीली दुनियाँ बसा लूँ
तेरा प्रीत है निश्छल पावन
जो बंधे न किसी दायरों में
दुनियाँ की रस्म-रिवाज़ों को ये तो न
माने बस रहना चाहे मुझ संग
दुनियाँ की बातें दुनियाँ जाने
मैं तो जानू बस तेरा प्रीत
तू है मेरी धड़कन जैसे
तू ही मेरा मनमीत
रब से मांगा था
मैंने जो साथ
तू वो मन्नत है हूँ बड़ी नसीबों वाली
तुझ संग जो मेरा प्रीत है
धानी चुनर प्रेम का ओढ़
मैं इतराऊं तुझ संग
लाखों में अनोखा रंग प्रीत के है तेरा
तू है मेरा अलबेला साजन।
Insta ID-roys17924
Second
Rupam Mahto
रंग प्रीत के
रंग प्रीत के जब से लगे हैं मुझे।
मैं हर रंग से बेगानी हो गई हूँ।।
लोग कहते है अब मुझे।
मैं अपने पिया की दीवानी हो गई हूँ। ।
रंग प्रीत के लगा के ख़ुद को।
किसी और की दुनिया को
अपना बनाया है।
प्यार और मोहब्बत के रंगों से ही मैंने अपना जहाँ सजाया है ।।
रंग प्रीत के आने से।
चारों तरफ बहारों का मौसम
छाया
रंग प्रीत के,लगा के ही ।
श्याम ने गोपियों के संग ,
मधुबन में रास रचाया है।।
रंग प्रीत के ,लग गई जब मीरा को।
प्रेम का एक नया आयाम बना।
अमर हो गई मीरा जहाँ में।
विष भी उसके लिए अमृत समान बना।
रंग प्रीत के बिखरे जहाँ- जहाँ।
वो दुनिया रंगीन हो जाती है।।
रंग प्रीत के जब लेखनी बन उतरती है कागज पे।
कितनी खूबसूरत रचनाएँ हो जाती हैं।।
instagram-id@annkahi baaten.
Third
Gunjan Kumari
रंग प्रीत के
आया होली का त्यौहार
लाया रंगों की बौछार
हर तरफ हैं रंग ही रंग
सबसे प्यारा रंग तेरा साजन
रंग प्रीत के जो तुमने मुझे लगाए
वो कोई और लगा ना पाए
जो प्यार का फूल तुमने मुझे दिया
वो शायद कोई और दे ना पाए
यूं तो सब मेरे अपने हैं
पर तुमसे ज़्यादा कोई नहीं
माता – पिता के बाद
तेरे अलावा सहारा कोई और नही
बड़े गहरे रंग प्रीत के तुमने मुझे लगाए
उतारे उतरे नही रंग चढ़ता ही जाए
बस यूं ही रह साथ तुम्हारा
तमन्ना मेरी ये पूरी हो जाए
gunjan.k.524
Special Write-up
Smriti
रंग प्रीत के
आज फिर छु लिया तूने मेरा मन
विश्वास जीत के
कि अब तेरे रंगों में रंगने लगी हूँ
कहते हैं जिसे रंग प्रीत के
गंगा सी निश्छल, पावन प्रीत हमारा
बनके रहें जिंदगी भर एक-दूजे का सहारा
ख्वाबों में भी ना दूर
होना चाहूँ जिससे
आज बेझिझक मैं कहती हूँ
इस जहां से
बना ले अपना और चढ़ा दे मुझपर भी
रंग प्रीत के………
Instagram – mishrasmriti26
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