16/04/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “उड़ते पंख/Flying Feather”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
First
Anjali Soni
उड़ते पंख🦋
आज झरोखे से मैंने देखे
उड़ते पंख,बेतहाशा आजादी लिए
अपनी मस्ती,अपनी धुन में
उड़े जा रहे थे
न किसी बाधा की चिंता
न है मंज़िल की परवाह,
उनका हल्का होना देता है
उन्हें उड़ पाने की राह,
न होती कोई उधेड़बुन
बेपरवाही काट देती सफर उनके,
किलकारियाँ भरते हुए मस्त मगन
सुध-बुध को मस्ती में हैं बदलते,
ये उड़ते पंख हमें सिखाते हैं
मन को हल्का रखने की युक्ति,
विषम परिस्थितियों से लड़ने की,
विचारों को परखने की शक्ति,
जीवन जीने के सही मायने
उड़ते पंखों से सीखो
मन-तृष्णा को शांत रख
हल्के रह कर पंख-सा जियो ।
@nandini_9569
Second
Sweta Roy
*उड़ते पंख *
अपने ख़वाईशों का मैं उड़ते पंख लगाकर
चाहूँ मैं भी उड़ना नीले नभ पर
मंजिल खींच रही है अपनी ओर मुझे
पाना चाहूँ उस डगर को जिसकी चाह
मुझे
अरमानों के उड़ते पंख आज फिर से
उड़ना चाहे
रस्मों-रिवाज़ो का हर दायरा तोड़ना चाहे
कठिनाईयों के बादल है अनेक इसकी
राहों में
रास्ता रोक रहे हैं मंजिल पाने की डगर में
पर मेरे हौसलों से कब तक ये टकराऐंगे
ये काले बादल आज हो या कल छट
ही जाऐंगे
मेरे उड़ते पंख अब न रूकने वाले है
इस धरा से उस अम्बर तक मुझे अपने
पंख फैलाने है
मंजिल दूर है पर मानूंगी न हार
जाँनिसार है उन ख़वाईशों के आगे जिसके सपने देख मेरे नयन दिन
रात।
Insta Id-roys17924
Third
Julekha Yasmin Ali
FLYING FEATHER:–
O!Flying feather.
O! Flying feather.
Let you fly
To the utmost height of the sky.
Never and ever stop your girl child from being a flying feather.
Atleast give them a chance to fly without fear.
Before getting them married earlier.
Alteast allow them to build their career.
A girl child is neither a barrier nor a liability.
Instead she is a nation builder and having lots capability.
O! flying feather.
O! Flying feather.
Special Writeup
Savita Sawasia
❄️उड़ते पंख❄️
इस उड़ते पंख का देखो
नहीं है कोई ठिकाना
बेहद उच्छ्रंखल सा
लगता कुछ कुछ है दीवाना
पूछो ज़रा इससे–
किसकी खोज में यूं उड़ रहा है??
मन में लिए उन्माद,
हवा संग नाता अपना जोड़ रहा है
इस उड़ते पंख का,
है बस यही अफ़साना
शमा की खोज में,
पल पल भटक रहा है परवाना….
उर में बसा मनमोहक सी छवि,
आभा से उसकी,
ख़ुद चमक रहा है
लिए मधुता उसकी स्मृति की,
नव पल्लव सा हो मुखरित
सौरभ-सुगंध सा महक रहा है…
इस उड़ते पंख की देख आतुरता,
चंचल मन बहक रहा है
सुनाने को दास्तान अपने दिल की,
मधु-ऋतु में ये पंख उड़ रहा है….
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