20/04/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “उलझन/Confusion”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
First
Mrudul Shukla
उलझन
उलझी हुई ये जिंदगी, न जाने कब सुलझेगी,
कोरोना की ये उलझन,न जाने कब निपटेगी ।
कमरे मे बंध ये जिंदगी,बहार कब निकलेगी,
खुदा भी फंसा है उलझन में,ये कब सुलझेगी ।
हसीन ये जिंदगी इस उलझन से,बिखर गई है,
खुदा है की नही ?,इस सवाल पर अटक गई है।
चेहरे वही देखकर धर की दीवार भी रूठ गई है,
दरवाजे पर दस्तक तो कई दिनो से थम गई है ।
“मृदुल मन ” सभी का इस उलझन में व्यग्र है ,
पर बंध कमरे मे भी जिंदगी बहुत ही हसीन है।
“मृदुल मन” की उलझन, सुलझा दो भगवन,
किसको कहू ये उलझन, तेरे बिन मेरा कौन नहीं।
writter: मृदुल शुक्ल (मृदुल मन)
Instagram: mrudul_shukla
Second
Dr.(Major) Shital Jindal
•●•CONFUSION•●•
“In the heat of the moment
She said things innumerable
Forgetting her relationship
With that person
The one so close to her
The one so precious.
And now, after having lost
The zestful integrity of theirs
Her confusion stands apologetically
In hope of reviving the bond, theirs.” ✍️
— Genie. 💕✍🏻🧞♀️
( Shital Jindal aka GATC )
IG ID: Shital.jindal
Third
Anjali Soni
उलझन🤔
है अजीब सी उलझन दिल में,किस ओर ,कहां मैं जाऊँ,
तेरी याद की खुशी मनाऊँ,या ना मिलने का गम जताऊँ,
तुझसे मिले प्यार से संतुष्ट हो जाऊँ ,या तुझे पाने की चाह जगाऊँ ,
तेरे साथ बिताए पल का शुक्रिया करूँ, या दूर जाने का जख्म दिखाऊँ,
क्षणिक मिली सफलता मनाऊँ,या स्थाई हार का दुख जताऊँ,
हर उलझन का हल निकालूँ, या बेफिक्र होकर मैं सो जाऊँ,
सब पाने पर समेटने की उलझन थी
और अब
सब कुछ खोने की उलझन है ।…
@nandini_9569
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