23/04/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “क्यार/Small Field”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
First
Savita Sawasia
क्यार
मेरे घर की इक छोटी सी क्यार में,
कुछ बीज थे मैंने डाले,
देख उन बीजों को,
सपने कई थे मैंने पाले…..
एक बीज था
रंग प्यार का,
दूजा बीज
खुशहाल संसार का,
हर बीज का था
कोई न कोई रंग अपना,
सुख, समृद्धि, हँसी, ख़ुशी
और बहार का था सपना….
करने लगी थी देखभाल बहुत
मैं उस क्यार की,
थी आतुरता बहुत देखने की
उसमें आई बहार की,
होंगे नव पल्लव
एक दिन तो मुखरित,
मेरी क्यार भी होगी एक दिन
पुष्प प्रसूनों से सुसज्जित…..
ख़्वाबों में कुछ इस कदर
खो गई थी मैं,
जागती आँखो से ही जैसे
सो गई थी मैं,
हुई अनुभूति जैसे
हो गया है मेरा सपना साकार,
सौरभ सुगंध सी महक उठी है
मेरे घर की क्यार….
आँखो में आँसू और
मन में लिए हर्ष अपार,
कम्पित अधरों से किया मैंने
उस नव पल्लव का स्वागत सत्कार,
देख कर उसके चेहरे का नूर,
सभी संताप मेरे हो गए दूर,
कर जोड़ करूँ विनती प्रभू से
मैं बारम्बार,
यूँ ही लिए मधुता,
महकती रहे मेरी नन्हीं सी क्यार….
(Savi d shining star)
Sara Tendulkar
Small Field-
Rows of red roses,
Which I water in my small field,
In the middle, a dusty little path, emerges and closes.
I sit on the roof of my car,
Playing my guitar.
Mornings full of melody,
Roses in my small field, enjoy it playfully.
The sun comes out,
And shines on my flowers,
The big ones blossom and the little ones sprout.
Oh look, those butterflies,
They add to the beauty.
And those wonderful blue skies,
Drizzling is their duty.
After all those days,
And all those nights,
My small field glows with a blaze,
In the midst of those city lights.
I smell those flowers,
And gift one to my grandma,
The others I don’t pluck,
I watch them like a panorma.
Second
Gunjan Kumari
क्यार
आए दिन बहार के
लाए जीवन क्यार में
सूरज ने किरणें बिछाई
बादल ने वर्षा बरसाई
मिट्टी ने भी डाली इसमें अपनी जान
तभी तो आए इनमे प्राण
फिर क्यार में से पौधों ने ली अँगड़ाई
हवा के झोंके ने आके पीठ थपथपाई
वो कोमल कली कुछ ऐसे मुसकाई
सबके मन को बहुत भाई
पत्ते बने उसके रखवाले
कांटे के रूप में साथ रखे भाले
खिल उठी कलियां, बन गए फूल
आए भँवरे, गए सारा रस चूस
फिर भी मंद मंद मुसकाए फूल
नई किरण के साथ, नई उमंग लाए फूल
फिर पतझड़ का मौसम आया
पौधों से पत्तों को दूर लाया
फिर सोचा ये क्यार ने
वो भी क्या दिन थे बहार के
– Gunjan
@gunjan.k.524
Third
Shabeena Khatoon
“क्यार”
क्यार से कुछ कम नहीं हैं, ज़िंदगी…
केवल तीन बीजो से सजी हैं, ज़िंदगी…
पहला बीच, मासूमियत भरा बचपन,
जो होता हैं स्वच्छ,
जैसे मानो कोई दर्पण,
नन्हे फूल ,जैसे नन्हे कदम,
मिश्री की तरह, मीठी बोली,
देश की माटी से ही,
रोज़ खेलते हैं, होली ।
समय का पहिया चलता हैं।
दूसरे बीच का सिलसिला, आरंभ होता हैं।
जहाँ होता हैं, जवानी का बसेरा,
कभी खुशी, कभी गम का मेला,
जो बोओगे, वो काटोगे;
इन्ही लफ्ज़ो के इर्द-गिर्द, जमता हैं;
आने वाली ज़िंदगी का डेरा।
तीसरे बीज का आगाज़,
बुढ़ापे के साथ होता हैं ।
बचपन के मानिंद, नाज़ुक सा दौर होता हैं।
यही वो उम्र हैं, साहब!
जहाँ अपने भी छोड़ जाते हैं
क्या खोया, क्या पाया ;
हम बस, यही तोलते रह जाते हैं।।
क्यार से कुछ कम नहीं हैं, ज़िंदगी…
केवल यही तीन बीजो का खेल हैं, ज़िंदगी…
केवल इन्ही बीजो से सजी हैं, ज़िंदगी…
Instagram I’d:- @heaven_writes_2020
Special Write-up
Dr. Major Shital Jindal
•●•क्यार•●•
“घर में पैदा हुई बेटी
ज्यों फ़ूल की कोमल कली
माँ बाप ने ब्याह कर दिया उसका
पिया के घर को वो चली।
आई फ़िर, ख़बर एक दिन
कहते बेटी तो तुम्हारी जल गई
न जाने कैसे कब हुआ सब
हमें तो किस्मत ही छल गई।
अभी कल की ही तो बात है
इक छोटी सी क्यार में ये पौध थी ख़िली
और चंद लम्हों सी ज़िंदगी में ही
इक पूरी दुनिया थी उसकी, धुआँ हो जली।
माँ तन्हा सी रोए है ज़ार-ज़ार
उसके रूदन से तो, आसमान भी हिला
बाप तक रहा दूर क्षितिज की ओर
क्यों नहीं दिल धरत का, ये देखकर दहला!?
लोग भी आए, पुलिस भी बुलाई
अदालतों में हो जाएँगी, बनती हुई, कार्यवाही
उस क्यार का क्या जिसने कोंपल को फ़ूल किया
ग़ुलदान सजे उस फूल के, क्यूँ नसीब में थी, तबाही!?”✍🏻
Name: Dr. ( Major ) Shital Jindal
IG: Shital.jindal
— Genie. 💕✍🏻🧞♀️
( Shital Jindal aka Girl around the corner. ❤ )
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