27/12/2020 की प्रतियोगिता का विषय है “मंजिल” / “Destination“। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
Today’s Challenge Winners 🏆
First 🥇
Written by Anjali Soni

🎸मंजिल🎻
है कैसी मंजिल, है यह कैसा सफर
छोड़ दिया खुशियों को दर – बदर ,
भूल गई मैं खुद का पता
जो हो गया तुझसे यूं राबता,
बन गया तू मेरे जीने की वजह
हो गई तुझसे मंजिल पाने की चाह,
रास्ते अब कट ही जाएंगे
मंजिल के इंतजार मे ,
तू ही तू बस विश्वास पात्र है
खरीदारों भरे बाजार में ,
अब बस यही तमन्ना है दिल की
हो कैसा भी सफर, ख्वाहिश है बस मंजिल की,
कर दो मुझे मुकम्मल
पहुंचा दो मुझे मेरे ख्वाबों के शहर में!
ओ हमनवा ! तू बन गया जिंदगी मेरी
हो गई पूरी तलाश, मुझे मिल गई मंजिल मेरी l……
Ig-@nandini_9569
Second 🥈
Written by Navneet Singh Chandrawanshi

मैं भटक आया हूँ पथ में तेरी,
मुझ पर अपनी छाँव तू कर दे।
थक-हार गया हूँ चल-चल कर,
राह में प्रेम- डगर तू भर दे।
तन हार गया ,मन सिमट गया,
है भूखा दिल और प्यासा-प्यासा।
अब और नहीं चल सकता हूँ,
तेरे प्रेम गीत की हरदम आशा।
बैठा ही रहूँ इस प्रेम डगर में,
चलूँ कहाँ कहे दिल है।
चलूँ भी तुझमें, थमुं भी तुझमें,
तू ही आखिरी मंजिल है।
में बिलख रहा तेरी राह देख,
इक अभिलाषा मन पाने की।
तेरी झलक ही पाकर तर जाऊँ,
बस घड़ी रही तेरे आने ।
Ig-@nav_singh01627
Third 🥉
Written by Shresth Lata Sahu

Path is clean, pain is neach
Walking by open eyes looking for some good deed
Needs, everyone has needs
For making them real people walk forgetting about all the good deeds
Nowhere is the destination
Path is empty,I’m the alone walker
With no one but the sound of me
Blur vision, tired whole
Moving legs, with a burning soul
Constantly saying “move one don’t look behind”
Repeating it hundreds of times
To reach there I need to fly
Frightened soul but not ready to die
Barriers are like friend of mein
Constantly moving with the hope in my eyes
When I’ll reach there
I’ll be broken but my soul will fell lite
I have to move on, in order to full fill the purpose of life
Insta I’d :- @Kill3rheartshreshth
Special Write-up
Written By Manish Ladiya
सफर तो तय होगया बस मंजिल तक जाना अभी बाकी है..
सुना है जंग छिड़ गई है बस जीतना अभी बाकी है…
अभी तो जमीं ने पैरो को थामकर रखा है,,
चलने लगेंगे पैर भी बस रब की इल्तज़ा अभी बाकी है…
मंजर सुहाना है बारात सज़ी है गमों की,,
खेल के इस बबंडर मे उस पार जाना अभी बाकी है..
सब शिकायत करते है की कब क्या कर पाउँगा,,
बस जिंदगी को हर एक मोड़ पर संभालना अभी बाकी है..
इस खेल के सतरंज मे दाँव पर है जिंदगी,,
कैसे हार जाऊ उम्मीदों पर सबकी खरा उतरना अभी बाकी है..
Ig-@manis_ladiya
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