21/01/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “रुख हवाओं का बदला सा ” / “The time changed”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
Speical Write up
Avijit Basu Roy
The Time Changed
It’s probably incorrect to say,
Time has changed.
Time is constant.
It never changed.
But people did,
Their behavior, even more so.
Yesterday, they had their turn,
Thanks to karma, today it’s yours.
But, don’t you take things for granted,
Tomorrow, the tides will turn again.
Ig-barvijit@khamkhyali
Muskan
रूख हवाओ का बदला सा है,
अब देख लो चाहे जहाँ भी,
ना मिलना है तुमको चैन और ना ही सुकून वहाँ भी।
कहीं लडा़ई है रोटी की,
तो कहीं बेनामी दंगे है अपने भगवान के नाम पर।
कहीं संग्राम है ऊंच – नीच का,
तो कोई व्यस्त है प्रकृति के नियमों से लड़ने मे।
रूख हवाओ का बदला सा है,
ना बस इतना,
और ना ही इससे कम सा है।
Ig – confused_yaara
Comments are closed.