18/01/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “शायद तुम ही हो ” / “Maybe you are the one”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
First
Navneet Singh Chandrawanshi
अनंत टिमटिमाहट के बीच ,
अपनी और सब मन को खीच ,
जो रोशनी फैला रही हो ,
शायद तुम ही हो !
जो गूँज रहे हों मधुर स्वर ,
कोई लहर रहा है उन पर ,
इन ललित रवों में ,
शायद तुम ही हो !
जो स्पर्श हुआ है आज ,
हिय को रोमांचित कर देने वाला ,
सच बताओ ! ऐसा करने वाले ,
शायद तुम ही हो !
खिल उठा है मन ,
नाच रहा हो जैसे यौवन ,
इन रंगों को भरने वाले ,
शायद तुम ही हो !
Ig-@nav_singh01627
Second
Divya Saxena
शायद तुम ही हो,
मेरे लबों पर खिलखिलाती हसीं में, शायद तुम ही हो…
आंखों की चमक से लेकर इनकी नमी में, शायद तुम ही हो….
दिल की गहराइयों में उकेरा हुआ वो आखिरी नाम, शायद तुम ही हो..
आज और मेरे बाद तक इस दुनिया में मेरे, शायद तुम ही हो…
हाथों की लकीरों में लिखा नाम, शायद तुम ही हो…
मेरी ज़िन्दगी में रोशनी की किरण, शायद तुम ही हो…
सुबह शाम आठों याम जो दिमाग में रहता वो ख्याल, शायद तुम ही हो…
मेरी हर उलझन में सुलझन की तरह, शायद तुम ही हो….
क्या कहूं अब और आपके लिए बस इतना कहना चाहती हूं…
रूह बस में है मेरी जिसके वो आजाद सा परिंदा, शायद तुम ही हो…
Ig-@diaa_writes06
Third
Zeenat
It’s you…
It’s you, who is a beam of light in the dark room…
A ray in the gloom…
It’s you who listens..
And reacts without selfish reasons…
It’s you who is a smile in the sorrow..
And brightness of morrow…
It’s you who can call as my feelings..
It’s you who is my every wound’s healings…..
It’s you who is relaxation..
It’s you who is my heart beat’s reason…
Ig-@al.fi7709
Priyanka Nigam
गूंज रही है अब भी वो आवाज़,
जिसने कल मुझे पुकारा था,
दो बातें अपनों सी थी,
हमने जब प्यार जताया था।
शायद वो तुम ही हो
मीठी मिश्री सी हैं तेरी आवाज़,
कभी बिन सुने ही सबको बताया था,
हाँ बिलकुल वो मेरे ख्वाबों सी है,
हमने जो कभी फ़रमाया था।
शायद वो तुम ही हो
कायल थी उनकी सीरत की अब तक,
आज, आवाज़ ने चाहत बढाई है,
सुनती रहूँ अब उनको हर पल में,
हमने यह एहसास जताया है।
शायद वो तुम ही हो जो ये एहसास जताते हो,
मेरी बाँहो में आकर के मीठी सी यादे दे जाते हो,
शायद वो तुम ही हो❤️
Insta-id @Priyankanigam6
Special Write-up
Avijit Basu Roy
It’s you
It’s been quite a while that you are gone,
Yet, when the moon winks at me,
From behind the amorphous masses,
Of floating silvery gray clouds, at those sleepless nights,
The songs of crickets,
Speak softly, to the lonely night.
The wet air caresses my curls,
Laden with a smell, too familiar.
An old balm, is spread over my scars,
I know it’s you, it must be you.
Ig-bravijit@khamkhyali
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