20/03/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “तेरी यादें/Your Memories”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये ।
First
Sakshi Tomar

तेरी यादें …
झूठी कसमे झूठे वादे
..झूठी तेरी यादें !!
तस्वीर देखती हूं अब
तो तकदीर पर गुस्सा आता है
जो हासिल ना कर पाई तुझे
उस लकीर पर गुस्सा आता है ..!!
बस बातों में था प्यार तेरा
झूठे थे तेरे इरादे…
झूठी कसमें झूठे वादे
…झूठी तेरी यादें!!
पलकों से नींदे रूठी है
यह डोर जो तुझ से टूटी है..
मिलने के बाद बिछड़ने की
चाहत की रीत अनूठी है …
था शतरंज तेरा मजबूरी का
इश्क और अश्क थे तेरे प्यादे ..!!
झूठी कसमें झूठे वादे
और झूठी तेरी यादें..!!
Insta Id – @sakshitomar_17
Second
Anjali Soni

तेरी यादें
तेरी यादों का सिलसिला खत्म नहीं होता
यूँ ही मेरा दिल तेरे लिए न रोता,
आज दूर हैं हम ,तो क्या हुआ
ज़मी आसमां का मिलन तो कभी नहीं होता ।
तेरी यादें ,जो तेरा अहसास कराती हैं
पल-पल तुझसे मिलने की आस जगाती हैं,
हम तो थम-से गए थे ,तुझसे दूर होकर
तेरी यादें हैं जो,कभी हँसाती हैं,कभी गुदगुदाती हैं ।।
हर लम्हा ,तेरी तस्वीर बना देती हैं तेरी यादें
कभी हँसा,तो कभी नैनों से करती हैं बरसातें,
कभी प्यार के किस्से सुना,कभी ख़्वाब सजा कर
हमें मुकम्मल बनाने की,किया करती हैं फ़रियादें ।।।
क्यूँ है इतनी बेचैनी ,इसका जवाब भी हैं तेरी यादें
तन्हाई का आलम,दूर कर जाती हैं तेरी यादें,
तुझसे मिली हर ख़ुशी का सबूत हैं तेरी यादें
आज जो भी हैं,जैसी भी हैं..
मेरे जीने का सहारा बन गई हैं तेरी यादें।।।।….
@nandini_9569
Third
Savita Sawasia

तेरी यादें
आँखे जो बन्द करूँ तो सोने नहीं देती है, तेरी यादें
हर रात ख्वाबों में भी मुझे जगाती है, तेरी यादें ….
मेरे लबों की है तू मुस्कान,
रुख़सारों की है लालिमा,
मेरे चेहरे की चमक भी तू है,
मेरे होंठों का है हर नग़मा,
तन्हा नहीं रहने देती है मुझे कभी, तेरी यादें
एक पल को भी ज़हन से नहीं जाती है, तेरी यादें…..
सोच कर तुझे अकेले में मुस्कुरा देती हूँ मैं,
तुझे पास न पाकर मायूस सी हो जाती हूँ मैं,
आईने में देख ख़ुदको ही नज़रें झुका लेती हूँ मैं,
तेरी एक छुअन के एहसास से छुईमुई सी सिमट जाती हूँ मैं,
हर पल मेरी आँखों को नए अरमान देती है, तेरी यादें
मेरी हर ख़ुशी का अस्बाब बन जाती है, तेरी यादें…..
चाँद में भी मुझे चेहरा तेरा नज़र आता है,
तेरे इश्क़ से रोशन मेरा जहाँ हो जाता है,
मेरे मन उपवन में भी तेरी चाहत के फूल खिल जाते हैं,
चांदनी रात में जब मैं और तुम मिल जाते हैं,
मेरे दिल को धड़कने की वजह दे जाती है, तेरी यादें
मेरे लफ़्ज़ों को भी ग़ज़ल कह जाती है तेरी यादें..
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