Friendship/YMPH-Daily-writting-Challenge

30 July 2023 की प्रतियोगिता का विषय है “Friendship”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

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रोज़ गर दीदे यार मिल जाए।
आंख को रोज़गार मिल जाए।

कब समंदर भला ये चाहेगा
बूंद को इख्तियार मिल जाये।

तुमपे मरने तलक है बेचैनी
मरके शायद क़रार मिल जाये।

इश्क़ की राह में पता ही नहीं
कब नया इंतज़ार मिल जाए।

दोस्ती का बढ़ा के हाथ उससे
चाहते हो कि प्यार मिल जाए।

मिट्टी कितनी है खुशनसीब जिसे
तेरे जैसा कुम्हार मिल जाए।

रूह मैली है दिल भी काला है
कैसे परवरदिगार मिल जाए।

मन्ज़िलों पर ही रुकना, चाहे अब
राह में कोहसार मिल जाए।

क्या गिनाना खताएँ फिर उसकी
कोई जब शर्मसार मिल जाए।

आप उसकी तरह नहीं Ishrat
उससे चेहरा हज़ार मिल जाए।

Ishrat khan

“I Hear You”

I hear you.
Not just your spoken words.
That anybody can.
But when I say I hear you,
I hear what you say.
I hear what you don’t.

I see what you see
When your eyes are searching,
I hear the little sighs
And the soft murmurs,
And I can tell what you are feeling.
I hear what you say
And what you don’t.

I even hear your silences,
That’s what I mean,
When I say I hear you.
That’s what best friends do
Not partners or family
Friends are my real critiques,
Friends are my true flattery.
Having a bestie is like finding a gem,
I can never feel alone
My best friend is my ultimate strength.

Priyanjali

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