17/10/2024 की प्रतियोगिता का विषय है “Dream” हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
The theme of the competition for 17/10/2024 is “Dream”. Read the poems of the talented poets associated with us. Love, fear, and darkness are the many meanings that keep the hearts of poets emotional. We respect such sentiments and it is our resolve to make their feelings adept. Every day, we give an opportunity to writers and poets to put their thoughts to pen through the Daily Challenge competition in our WhatsApp group on different Topic. And those who write best. You are reading those article on this page.
Dream
Dream
A tear escaped the innocent eyes as broken dreams started stinging deep down in the heartfelt skies. Broken wings disturbed flights, a heart always fighting in fright and flight. Let’s break the chains that bound you to be the angel in disguise. Don’t just sit there and cry; heal yourself and be ready for the next try. Break the rules and give your dreams all it takes to be fulfilled because, sweetheart, there’s no second life.
Sneha
What about their dreams?
What about their dreams?,
It’s not as easy as it seems.
Yes!!A delivery boy’s life, no joy to share,
Carrying weight, with no security to spare,
Forgotten dreams, that once shone bright,
Now lost in struggles, day and night,
Their passions suppressed and ambitions are curbed,
There’s no time for dreams which they too deserved
No PF’s, no security, to fall back on,
Just uncertainty, till the day is done.
Riding two wheels, door to door, they roam,
Risking their life, with a twist and then reach home,
Let’s appreciate, their daily grind,
Show kindness, and ease their mind.
Fair wage, security, let’s make it happen,
For delivery boys, who bring joy at times odd or even,
Let’s help them dream, and live with pride,
And make their futures, a brighter ride.
Mini Shah
Instagram -minishahshah
सपनों का चक्रव्यूह
सपना वो नहीं जो सिर्फ मन में उठे, बल्कि वो है जो बुद्धि में आकार ले।
आज इंसान का लक्ष्य केवल अपने सपनों को पूरा करने तक सिमट कर रह गया है। हर कोई अपने सपनों को हकीकत बनाने की दौड़ में मग्न है। चाहे सपना जो भी हो, उसे पूरा करने का जुनून सर पर सवार है। लेकिन इन सपनों ने न जाने कितनों को अपराधी बना दिया और न जाने कितनों को दुविधाओं में धकेल दिया। लोग एक विचार को ही सपना समझ उसका पीछा करने लगते हैं, और जब सालों बाद कुछ हाथ नहीं आता, तो खुद से नफरत होने लगती है, मन संदेहों से भर जाता है, आत्मविश्वास टूट जाता है, और जीवन बोझिल हो जाता है।
सपनों को बढ़ावा देने वालों ने इनका एक बड़ा बाज़ार खड़ा कर दिया है। वे चिल्लाते हैं, “आओ, और सपने देखो! तुम बस सपना देखो, उसे सच कैसे करना है, हम देखेंगे।” बड़े-बड़े विज्ञापनों से लोगों को फंसाया जाता है—”खरीदो सपनों की कार, खरीदो सपनों का घर।” सपनों की परिभाषा ही बदल दी गई है। लोग अब सपनों में जीते हुए वास्तविकता से दूर होते जा रहे हैं। अगर ध्यान से देखें, तो इन सपनों ने हमें क्या दिया है? इमारतों के जंगल, धुआं उगलती गाड़ियां, मरता हुआ बचपन, प्लास्टिक के खिलौने, नकली दवाइयां, शराब के ठेके, युद्ध, परमाणु बम, गंदी राजनीति, स्वार्थ… और यह सूची बढ़ती ही जाती है। इंसान बस बड़ा बनना चाहता है, चाहे उसे इसके लिए प्रकृति की बलि ही क्यों न देनी पड़े। इंसान सपने तो बुन-चुन रहा है, मगर ग़फ़लत में सोकर।
विचार को सपना बना देना मनुष्य की नियति बदल सकता है, और तेज़ी से अपने अंत की ओर बढ़ती दुनिया इसका प्रमाण है।
इंसान को सपने देखने से पहले खुद से ये चार प्रश्न जरूर पूछने चाहिए: मैं कौन हूँ? मैं यहाँ क्यों हूँ? मैं क्या कर सकता हूँ? और मैं किस दिशा में जा रहा हूँ? यही चार प्रश्न उसके अस्तित्व और सफलता की नींव हैं। बाकी सब तो भ्रम है, एक ख़्वाब है।
Reuben Mathew
Instagram ID: bennbest2015
सपना✍️
आज हम यहां हैं शायद हमारा भी कोई अपना होगा
कभी जिएंगे आसान जिंदगी ये उस बच्चे का सपना होगा।।
ट्रैफिक सिग्नल पर क्या यूंही जीवन जाएगा
क्या कोई ऐसा है जो हमें भी अपनाएगा
या इस चिलचिलाती धूप, बारिश और ठंड में ही जीना होगा
कभी जिएंगे आसान जिंदगी ये उस बच्चे का सपना होगा।।
कभी मिला कुछ खाने तो कभी खाली पेट ही चलते हैं
क्या छोटे बच्चे ऐसे फूलते फलते है
छोटी खुशियों के लिए क्या यूंही हाथ बढ़ाना होगा
कभी जिएंगे आसान जिंदगी ये उस बच्चे का सपना होगा।
_Shivee Mishra
@shivee.m 📔
सपने जो हमें आगे बढ़ाते हैं।
सपने जो हमें नई राह दिखाते हैं
सपने ही जीवन की यात्रा को सुंदर बनाते हैं
सपने जो हमें प्रेरित करते हैं
सपने जो सफलता की ओर ले जाते हैं
सपने ही जीवन की यात्रा को अर्थ देते हैं
सपने जो हमें एकाग्र रखते हैं
सपने जो लक्ष्य को ओर बढ़ाते हैं
सपने ही जीवन की दिशा को निर्धारित करते हैं।
सपने जो हमें सीख सिखाते हैं
सपने जो आत्मविश्वास बढ़ाते हैं
सपने ही जीवन के उद्देश्य को सार्थक बनाते हैं
सपने जो हमें निर्भीक बनाते हैं
सपने जो चुनौतियों से लड़ना सिखाते हैं
सपने ही जीवन के हर मोड़ पर साहस की राह दिखाते हैं
✍️महिमा गुनसोला
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