15/07/2021 से 17/07/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “Couplets/ग़ज़ल…”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये।
First
Don’t know what life has planned
Unable to figure out
Where to move and where to stand.
Wandering around looking for my destination
Trying to distinguish between fantasy and hallucination
Feeling everything around is just a horrifying dream
As if, will wake up with all the happiness redeem
Aiming to put an end to all this
I bend down to life,
Awaiting a sigh of bliss.
Excited to know what life has planned
Flowers of loud applauds
Or thorns of being slammed.
©Disha Kedia
@Khamoshiyonkibhasha
•●•सांझी प्रीत का ख़ज़ाना: ग़ज़ल-ए-इश्क•●•
“जीवन भर की हसरतों का खोना पाना लिख रही हूँ
मसरूफ़ियत-ए-ज़िंदगी का अफ़साना लिख रही हूँ।
तुम संग गुफ़तगू-ए-दिलों की साँझ भी थी भोर सी
हम दोनों की सांझी प्रीत का ख़ज़ाना लिख रही हूँ।
मोहब्बत की बौछार की बूँदों से लबरेज़ भी प्यासी
मरुस्थल की मृगतृष्नायों सा ये तराना लिख रही हूँ।
इश्क इंद्रधनुष की, न धूमिल होने पाए छवि कभी
ग़लतफ़हमियों में उलझा, कुम्हलाना लिख रही हूँ।
क्यों है ‘शीतल’ ये कशमकश अजब अन्जानी सी
संग-संग रूहों के घरौंदे का सजाना लिख रही हूँ।”
Dr. ( Major ) Shital Jindal
IG: Shital.jindal
Second
As We Go On
As we go on, we will remember,
All the times we spent together,
As we go on, we will cherish,
All the reasons that made our friendship.
As we go on, we will understand,
Our life always has an ampersand.
As we go on, we will believe,
Things are different from what we perceive.
As we go on we will remember,
To never let this flower of love, wither.
Name: Chenthura Parameshwari B.
Instagram handle: silent_cascades
#जिंदगी की गजल#
नहीं जिंदगी भर खासारा मिलेगा
हमें भी कभी तो हमारा मिलेगा
की तूफा कहां रोक पाया किसी को, चले हैं अगर तो किनारा मिलेगा!!
जहां से बड़ी और है एक अदालत
वहां हर किसी को सहारा मिलेगा!
जिसे आशिकी का तर्जुबा बहुत है
वही इस जहां में बेचारा मिलेगा!!
हमें तो पता है हमारा मुकद्दर
खुशी हो या गम ढेर सारा मिलेगा!
खसारा: नुकसान, क्षति ,हानी
Avantikadubey 58910
Avantika Dubey
Third
मुराद-ए ज़िंदगी
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””
हाल-ए दिल ना पूछो ओ दिल के मुसाफिर !
रूह-ए फ़रमान को इश्क थोड़ी कहते हैं ।
हो बेख़बर शायद तुम,इस रास्ते आए हो
हर पनाह देते रास्ते को बदनाम-ए गली थोड़ी कहते हैं ।
माना कि ख़ता हो गई है हमसे इश्क-ए साहिब
पर हर दिल्लगी को मोहब्बत-ए ख़ता थोड़ी कहते हैं ।
हो गए तुम भी मगरूर,हम भी होश गवाँ बैठे हैं
दिल पर छाए हर नशे को इश्क-ए बुख़ार थोड़ी कहते हैं ।
काश तुम संभल पाते,हम भी खुद को इख़्तियार कर पाते
एक दूजे का हो जाने को, मुराद-ए ज़िंदगी थोड़ी कहते हैं ।
@nandini_9569
Anjali Soni
Special Write-up
क्या लिखूॅ
ख्य़ालो मे वो आये ही नही तो मै क्या लिखूॅ,
गलियों से उनकी गुजरे वो दिखे ही नही तो मै क्या लिखूॅ।
दर्द इस दिल में होता हे तो ब़यां कैसे करु,
ऑंखों मे आसु आते ही नही तो मै क्या लिखूॅ ।
गजल लिखनी है उन पर शब्द मिलते ही नही,
रदीफ़ और काफिया मिलता ही नही तो मै क्या लिखूॅ।
माना की महोबत खुदा की बंदगी है ,
पर जब तक खुदा बंदगी कबुल न करे तो मै क्या लिखूॅ।
महोबत तो की है मृदुल मन ने उनसे,
पर जब तक वो इकरार न करे तो मै क्या लिखूॅ ।
writer: मृदुल शुक्ल (मृदुल मन)
Instagram: mrudul_shukla
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