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Distance/दूरी-YMPH-Daily-Writing-Challenge

29/07/2025 की प्रतियोगिता का विषय है “दूरी” हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

The theme of the competition for 29/07/2025 is “Distance”. Read the poems of the talented poets associated with us. Love, fear, and darkness are the many meanings that keep the hearts of poets emotional. We respect such sentiments and it is our resolve to make their feelings adept. Every day, we give an opportunity to writers and poets to put their thoughts to pen through the Daily Challenge competition in our WhatsApp group on different Topic. And those who write best. You are reading those article on this page.

Daily Writing Challenge Managed by Dr.Shruti

दूरी/Distance

दूरी रिश्तों में दरार पैदा करती है…

दूरी संचार और भावनात्मक जुड़ाव को भी गहराई से प्रभावित करती है। हालाँकि तकनीक संपर्क में रहने के कई तरीके प्रदान करती है, लेकिन डिजिटल संचार में अक्सर आमने-सामने की बातचीत की बारीकियों, जैसे कि शारीरिक भाषा और आवाज़ का लहजा, का अभाव होता है, जिससे गलतफहमियाँ और गलतफहमियाँ पैदा होती हैं। जोड़े “सतही बातचीत” के पैटर्न में फँस सकते हैं, गहरी भावनात्मक बातचीत के बजाय दैनिक अपडेट पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जिससे धीरे-धीरे भावनात्मक बंधन कमज़ोर हो सकता है और अलगाव की भावनाएँ पैदा हो सकती हैं। भविष्य के लक्ष्यों और प्रतिबद्धता का अभाव लंबी दूरी के रिश्ते की विफलता का एक महत्वपूर्ण कारक है। यदि एक साथी निकट भविष्य में दूरी कम करने की कल्पना करता है जबकि दूसरे की ऐसी कोई योजना नहीं है, या यदि उनके जीवन पथ अलग-अलग हैं, तो ऐसा लग सकता है कि रिश्ता आगे नहीं बढ़ रहा है। साथ मिलकर भविष्य के लिए एक साझा दृष्टिकोण के बिना, रिश्ते को बनाए रखने के लिए आवश्यक प्रयास निरर्थक लग सकते हैं, जिससे रिश्ता टूट सकता है। असंगत या ज़बरदस्ती की गई बातचीत, जहाँ साथी वास्तव में जुड़ने की इच्छा रखने के बजाय, बाध्यता महसूस करते हैं, असंतोष पैदा कर सकती है और बातचीत को एक बोझिल काम जैसा बना सकती है, जिससे अंततः सार्थक चर्चा का अभाव हो सकता है। जब संचार कम हो जाता है, तो साथी एक-दूसरे के बारे में नई बातें जानने की कोशिश करना बंद कर सकते हैं, जिससे बातचीत बार-बार और अरुचिकर हो जाती है। विश्वास के मुद्दे और असुरक्षाएँ भी अक्सर दूरी के कारण बढ़ जाती हैं।बार-बार अलग होने का मनोवैज्ञानिक असर और रिश्ता बनाए रखने का तनाव, तनाव के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे दंपत्ति की स्थिति से निपटने की क्षमता कम हो सकती है। अगर एक या दोनों साथी ज़रूरी कोशिशें करना बंद कर दें, चाहे वह नियमित कॉल करना हो, वीडियो चैट करना हो या मिलने की योजना बनाना हो, तो आज के ज़माने में रिश्ता जल्दी ही बिखर सकता है।

©®डॉ. माया 📖

मैं खामोश रह जाती हूं, अपनों की दूरी देखकर,
भर आती हैं आँखें, चाहने वालों की बेरुखी देखकर….!
@Himani🖋️

दूरी, क्या है दूरी?
वो, जो जीवंत है प्रेमियों के विरह में
वो, जो है धरती और आकाश के बीच में
वो, जो है दो आंखों के बीच में
या वो,
जो इंसान को इंसान से जुदा कर दे
जो भर दे दिलों को गमों से
और आत्मा को शरीर से विमुख कर दे

दूरी, आखिर है क्या ?
मन से है, संवेदना से है,
या, बस शरीरों का स्थानांतर है।
केवल किसी के तन का समीप होना
दूरी मिटाता है
या, किसी से दूर होकर भी,
उसे मन में बसाना दूरी मिटाता है ?

— सोना

दूरी
*********
कई अनकहे सवालों के जवाब अधूरे रह गये।
जब रिश्तों में आई दूरी तो अपने भी बेगाने हो गये।

सुंकुं की तलाश में हर दिल बेबस भटक रहा है।
किसी को मंजिल मिली किसी की मंजिल राहों में रह गये।

उम्मीद थी कि साथ मिलेगा उनका जिनके साथ सफर शुरू हुआ।
उनके साथ की क्या कहें उनकी बेरुखी से वो हसरत भी अधूरे रह गये ।

दूरियां इस कदर बढ़ती गई सम्बोधन के अभाव में ।
हम किनारे पर बैठे रहें इंतजार में , उनके कश्ती के सफर पूरे हो गये।

दूरियां बढ़ाने से पहले इक दफा खुद को संभाल लो।
गलतफहमियों से ना जाने कितने क़िस्से अधूरे रह गये।

@© साधना कुमारी
ID: sadhana5455

 

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