28/04/2025 की प्रतियोगिता का विषय है “सपना” हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
The theme of the competition for 28/04/2025 is “Dream”. Read the poems of the talented poets associated with us. Love, fear, and darkness are the many meanings that keep the hearts of poets emotional. We respect such sentiments and it is our resolve to make their feelings adept. Every day, we give an opportunity to writers and poets to put their thoughts to pen through the Daily Challenge competition in our WhatsApp group on different Topic. And those who write best. You are reading those article on this page.
Daily Writing Challenge Managed by Dr.Shruti
Dream/सपना
सपना – मेरी UPSC यात्रा
जब भी मैं अपनी आँखें बंद करती हूँ, एक सपना मेरे दिल में खिल उठता है। यह सपना सिर्फ एक लक्ष्य नहीं, बल्कि एक संकल्प है—एक संघर्ष है जो मैं अपनी आत्मा से जीती हूँ। UPSC की यात्रा कोई आसान रास्ता नहीं था, और इसने मेरे सपनों को न केवल परखा, बल्कि उन्हें और भी सशक्त बना दिया।
शुरुआत में, यह सपना बहुत दूर लगता था, जैसे एक ऐसी राह जिस पर चलते हुए हर कदम मुझे खुद पर विश्वास दिलाने की चुनौती थी। लेकिन क्या होता अगर हम अपनी कठिनाइयों को ही अपनी ताकत बना लें? यही मैंने सीखा।
कभी-कभी, जब मन थक जाता, तब इस सपने की याद दिलाती वह राह दिखती जो मुझे शुरू से चाहिए थी—एक ऐसा सपना अपने परिवार को गर्व महसूस कराने का, अपने देश के लिए कुछ अच्छा करने का। इसी सपने ने हर नकारात्मक विचार को पीछे धकेल दिया और मुझे हर सुबह एक नई उम्मीद दी।
जब भी रात के सन्नाटे में मेरी मेहनत का फल नहीं दिखता था, तो यह सपना ही था जिसने मुझे दोबारा उठाया। उस एक छोटे से ख्वाब ने हर गिरावट के बाद मुझे फिर से खड़ा किया।
आज, मेरी UPSC यात्रा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रही; यह एक आत्मा की यात्रा बन चुकी है। हर परीक्षा, हर संघर्ष, और हर मुश्किल मुझे इस सपने के करीब ले आ रही है। और एक दिन, मैं इस सपने को हकीकत बनाकर, इस यात्रा को एक नई ऊँचाई पर ले जाऊँगी।
सपना केवल एक चित्र नहीं, बल्कि वह रंग है जो जीवन को गहरे अर्थ और दिशा देता है।
Manvi Rajput
टूट गया क्या जो ख़्वाब तेरा था?
छोड़ दिया क्या जो चाह तेरा था?
सपनों में जैसा तरसा था तूने खुद को,
क्या बन पाया तू वैसा?
फिर उलझ गया तू समाज में,
फिर भूल गया तू अपने ख़्वाब को।
अब छोड़ भी दे इस समाज को,
ये लोग तेरा ख्वाब नहीं समझ पाएंगे।
ये तुझे फिर से जीना नहीं सिखाएंगे।
रोने का मन है तो रो ले,
लेकिन खुद को मत भूल।
जिस ख़्वाब को तूने देखा था,
क्यों अब उसे फिर से नहीं देख पा रहा?
यूँ राहें खुद नहीं मिलतीं,
तुझे खुद बनानी होंगी वो राहें।
तू खुद बन अपनी मंज़िल की कहानी।
Bhoomi kumari
सपना
देखा है मैंने सपनो का हकीक़त बनना,
देखा है मैने उन सपनों के पीछे संघर्ष करना,
तो आज मैंने भी एक सपना देख लिया,
मैने उस सपने में हर व्यक्ति अपना देख लिया,
हर धर्म अपना देख लिया, हर समाज अपना देख लिया,
जो कर सके हर समाज, हर जाति का सम्मान
वो सपना मैने अपना देख लिया,
जहां नारी को रात में बाहर जाने में राहत हो,
यही सपना है, कि ये हर दिल की आवाज हो,
जहां नारी के हाथ में वस्त्र {आभूषण} ही नहीं, उसके हाथ में शस्त्र {किताब} भी हों,
मैंने उस सपने में देखा, यहां हर व्यक्ति समान हो,न कोई उच्च हो न कोई निम्न हो,
कि अब इस सपने को सच करने का समय आ गया,
अब अच्छा क्या बुरा क्या हर किसी को जताने का समय आ गया,
ये जो सपना है, मुझे ही नहीं हमे पूरा करना है।
गुनगुन छारी
Blooming flower with lovely smile
I dream you with the sunshine.
Chirping birds with the pleasent weather.
Bring my soul with them together.
Drop of dews in the morning,
Touch me like a hope of raining.
In my dreamland, I meet you always.
Feel your love with care always.
With blowing breeze ,I feel your presence.
It’s fill me with your love essence.
Your heart is my only destination.
Where I stay forever with your confirmation.
You are not my partner ,You are my angel .
Who protect me from my danger.
I am complete with your guidance.
Always stay with me like my radiance.
I know you are just my beautiful dream .
But I meet you always in my dream.
Written by
hema_thedreamfairy
(Hema Shakya)
सपना
कभी बाहों के घेरे में जो था, अब मेरे पास नहीं है
जो कल अपना था, आज किसी ग़ैर का क्यों है,
मोहब्बत भरे दिन रात थे, आज सिर्फ़ दूरियाँ हैं
कभी जो सच था, आज आँखों में सपना क्यों है,
टूट गए सारे भ्रम एक पल में, गए मुँह मोड़ कर
कभी प्यार था जिन आँखों में, आज नफ़रत क्यों है,
कल तक जो अपना था, आज वो बस इक सपना है
भ्रम में थे हम या वो, मग़र आज वो गैर सा क्यों हैं,
मेरी ही रूह को उसकी तलब थी, या वो भी शामिल था
मेरा दिल उसके प्यार में पागल सा, बेक़रार क्यों है,
चाहत नहीं जिसे पाने की, उसकी तलबगार थी आँखें
फ़िर भी आँखों को, इक झलक का इंतज़ार क्यों है,
आज वो पराया है, कभी तो अपना सिर्फ़ मेरा ही था
जाने क्यों आज वो, हर किसी में बंटा सा क्यों है,
कल जो अपना था, उस पर आज कोई हक़ नहीं मेरा
आज़ाद कर चुकी रूह मेरी, फ़िर पास सा क्यों है?
उलझती हैं अक्सर मेरी साँसें, मुझसे तुम्हारे लिए
हक़ीक़त यही तुम मेरे हो, मगर सच सपना सा क्यों है?
©✍️ सुधा सिंह
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