12/09/2023 की प्रतियोगिता का विषय है “Drug addiction”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
The theme of the competition for 12/09/2023 is “Drug addiction“. Read the poems of the talented poets associated with us. Love, fear, and darkness are the many meanings that keep the hearts of poets emotional. We respect such sentiments and it is our resolve to make their feelings adept. Every day, we give an opportunity to writers and poets to put their thoughts to pen through the Daily Challenge competition in our WhatsApp group on different Topic. And those who write best. You are reading those article on this page.
ये कैसा नशा …..
ऐसा भी नशा किस काम का
जो कर दे घर से बेघर,
हमसे पहले पहुंचे
हमारे मरने की खबर,
पत्नी फटी साड़ी से बदन छिपा रही,
बच्चे भूख से बिलख रहे,
मां दवा के लिए तड़प रही,
मुखिया नशे में हो रहे विलीन,
है जमाने में और भी नशे
धन दौलत का ,रिश्तो का
नाम का ,शोहरत का
कर लो इन पर यकीन
पर ये कैसा नशा….
ऐसा भी नशा किस काम का
जो कर दे घर से बेघर,
©️रचना श्रीवास्तव
चंडीगढ़
“Just a little more,
and then I’ll stop”.
This seems to just go on forever.
You take a drug once,
then try it twice,
And third time’s the charm.
Congratulations! Welcome to “the addicts”.
No amount is enough
to fulfill the demands of an addict;
the constant craving for that taste
the same taste that drives you wild.
It is as bad as it seems to be
when you try to fight off every restriction.
But you know what’s worse?
it’s when you try to let go of your addiction.
Devika Modi
@devikamodi_
नशा आज आदत है किसी की
तो किसी के गम भुलाने का जरिया बन गया
और मेरे देश का युवा भी
आज इसी में फस गया
दूर नही वो ज़माना जब भारत भी नशेड़ी होगा
युवा खासेगा ओर ज़माना बेवडी होगा
Saba parveen
विषय -नशा मुक्त
उपविषय – चिता सजाई है
न जाने कहां खो गई है वह राह,
जो हमें वेदों ने दिखाई है
नजर आती है तो बस शराब की खायी है,
नशे ने ली इस कदर अंगड़ाई है,
वक्त से पहले ही सबकी चिता सजाई है l
कहां गए वे लोग जो,
जो संस्कार को धर्म मानते थे,
न जाने कहां उड़ गई वे परिंदे,
जो संस्कृति के गीत गाते थे,
नशे ने ली इस कदर अंगड़ाई है
वक़्त से पहले ही सबकी चिता सजाई है l
यूँ इतराकर तुम बीड़ी सिगरेट को जलाते हो,
क्यों अपनी ही जिंदगी को धुएं में उड़ाते हो,
जिस शराब को तुम इतनी शौक से उठते हो,
उसी को अंत में मौत का कारण तुम पाते हो,
नशे ने ली इस कदर अंगड़ाई है,
वक्त से पहले ही सब की चिता सजाई है l
अपनी संस्कृति को भूल,
विदेशी संस्कृति को अपनाते हो,
गंगाजल को छोड़, शराब का गिलास उठाते हो,
जानते हुए भी मौत है ये,
मौत की राह पर चलते जाते हो,
नशे में भी इस कदर अंगड़ाई है,
वक़्त से पहले ही सब की चिता सजाई है l
समाज तू अनचाहे रोगों से ग्रस्त हो जाएगा,
ये ऐसी आग है, जिसका धुआं भी तुझे राख कर जाएगा,
नशे ने ली इस कदर अंगड़ाई है,
वक्त से पहले ही सब की चिता सजाई है l
तुम सोचते हो जिंदगी का मजा है,
आंखें खोल कर देखो जरा,
तुम्हारे परिवार के लिए सजा है ये,
आजमा कर तो देखो समय भी बदल जाएगा,
तेरी हिम्मत के आगे नशा भी बेबस हो जाएगा,
छोड़ नशे की लत को देख,
जिंदगी का एक नया सवेरा भी आएगा l
आरती
उत्तराखंड
Drug addiction
Addiction is something that detroys someone quality life and time. Life and time is very important. Drug addiction destroys one’s life. A person may be addicted to many things. But drug addiction destroys health of a person. Drug addiction starts from an early life of the people that is school or college life. A school student gets addicted to drugs due to bad influence of his friends. Also a college student gets addicted due to bad influence. Drug addiction deteriorate the character of people addicted to it.The parents need to be very protective about this issue. Addiction of drugs can come at anytime in anyone’s life. This is due to bad influence and bad culture. But younger people are more prone to it as they are immature and not so aware of it. They get addicted to drugs as a hobby. Many matured people get addicted to drugs to lessen their mind pressure and tensions. But that’s become hazardous. There are different types of drugs. Heroine, cocaine are some of the examples. If our country need a healthy new generation, then all the drugs should be strictly abandoned.
Sohini Samanta