16/06/2021 से 18/06/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “Father rarely Count in life/पिता का नाम बरबस ही आता है”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
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First
Savita Sawasia
पिता नाम बरबस याद आता है
रात का अंधेरा हो
चाहे सुनहरा सवेरा हो,
आँखों से छलकता राज़ हो
चाहे जीवन में खुशियों का आगाज़ हो,
दिल में मेरे एक तूफ़ां सा उठ जाता है
कि
लबों पर पिता नाम बरबस ही आता है……
देख घर की हर एक चीज़
आपका ख़याल आता है,
क्यूँ हो जाता है एक पल में दूर कोई ??
यही सोच दिल भर आता है,
पिता की कमी को कोई पूरा नहीं कर पाता है,
कि
लबों पर मेरे
पिता नाम बरबस ही आता है……
(Savi d shining star)
Second
Tanisha Awaghade
Rarely
He never steps back,
He never cries,
He’s a masked support,
He works hard for his children,
He put his all effort so that he can be called a hero,
No not the common superman or Spiderman but the
Real super hero a super daddy !
& still fathers rarely count in life !
- Tanisha Awaghade
- Instagram ID :- @amour_128