Poetry Competition Organised on a Social Media Platfrom named Ola Party, held between 02/01/2021 to 11/01/2021 in which many Participant has taken part with full dedication.One Write up of Top 3 Participants are mentioned below(Competition was in Written and in vocal form).
Our Honourable Judges
Mr. Satyam Mittal(#STM) -From Merrut, Uttar Pradesh
Mr.Shivansh Pandey – From Lucknow, Uttar Pradesh
Mr.Sachin Pratap Singh – From Deoria Gorakhpur ,Uttar Pradesh
Miss.Kanchi Agrawal – From Jaipur, Rajasthan
Our Winners
First
Mr.Saddam Ansari
BAHEN TU KHUS TO HAINA
Milti hai bahen yun to jamane ki khusiyan
Magar yaad aati hai tere sath khelne _ kudne paise churane ki ghadiya
Aur Jo hum ladte the ek sath!tumhe yaad haina(bahen tu khus to haina)
Wo Jo hum sath sath Jaya karte the padhne!raaston mai pagalon ko dekh lagte the darne!wo dukaane,wo school,wo teacher,wo school ke piche tuta hua budhiya ka ghar tumhe yaad haina (bahen tu khus to haina)
Tu jo rotiyan bana kar khilaya karti thi!raaton mai jaag kar mera homework banaya karti thi! meri shararatein ma ko bataya karti thi, papa se mujhko maar khilaya karti thi!tumhe yaad haina (bahen tu khus to haina)
Fir zindagi ne achanak badli karwat! Kuch log aaye gaadiyon se mere ghar! Bàad uske meri bahen tujhe sataya gaya!naye naye kapde tujhe pehnaya gaya!maine pucha papa se ye chal kya raha hai!unke saamne meri bahen ko q baithaya ja raha hai!maa mujhse bas yahi kehti tu chup rehna(bahen batana tu khus to haina)!
Ke dekhte dekhte wo din bhi aahi gya!saja ke ghar mai mehfil tujhe haldi lagaya gya! teri bindi, tera kajal, tere hath mai mehndi , tujhe payal pehnaya gya! Dekar tujhe laal joda tujhe dulhan banaya gya! tera chand sa chehra dekh krr,ek kone mai khade hokar mujhe to tha aanshu bahana(bahen tu khus to haina)
Wo waqt bhi agaya jab tujhe karna tha vida! Maa baap ka roa roa kar haal tha bura!tu jo mere kaleje se lag ke royi to mera kaleja fhat pada!laga kar tujhe seene se mai foot kat roa pada! Magar ye duniya ka dastoor hoti hai bahen aksar bhai se door!us waqt jaruri tha tujhe vida karna (bahen tu khus to haina)!!!!!!
Second
Miss.Lovely arya
बहुत समय बाद ऐसे बैठे थे हम
सोचकर आज बातें करेंगे भूल कर अपने गम
मुस्कुराते हुए एक ने कहा-
कल ही खबर आयी थी सर, कॉलेज में मेरा भाई आया शीर्ष पर,
वाह! ये तो बहुत ख़ुशी की बात है, आई खुशियों की सौगात है ।
सर, बिटिया ने नाम रौशन किया है, खेल में स्वर्ण पदक लिया है,
लीजिए सर मुहँ मीठा कीजिए,
माँ के हाथ की बनी मिठाई आयी है कल ही बहन की सगाई हुई ये पैगाम लाई है ॥
घर पे हो रहा होगा संगीत….
तो क्या हुआ, हम भी गा लेंगे यहाँ ख़ुशी के गीत ।
बात तो सही कही सर आपने
पता नहीं फ़िर भी क्यों आँखे नम है, वहाँ संगीत और बॉर्डर पर हम है ॥
आँखे नम ना करो अपनी, हम सबसे खुशनसीब हैं
सब की ख़ुशी हैं हमारी ख़ुशी, बस… हमारी दास्तां थोड़ी अजीब है।
जागते हैं हम यहाँ पर, लोग वहाँ चैन से सोते हैं हमारी जांबाजी देख ही नए सिपाही बनते हैं॥
बात खत्म हुई नहीं थी की…..
दौड़ता हुआ सिपाही आया…..
सर…सर… आतंकवादियो ने अचानक हमला कर दिया है।
वो हमारे कैम्प की ओर बढ़े जा रहें हैं ,
हमारे कुछ सैनिक उनसे लड़े जा रहें हैं,
हजारों तादाद में हैं वो, और हम सिर्फ सौ ॥
जवानों ….. तैयार हो जाओ, हमारी परीक्षा की घड़ी आयी है ,
धरती माँ हमारे लिए पैगाम लाई है।
चाहे हमारा सीना छलनी क्यों ना हो जाए, एक भी दुश्मन बच ना पाए ।
धरती के हम हैं वीर, दुश्मन को रख देंगे चीर ।
रुकना नहीं है अब वार कर, एक एक भारी पड़ो हजार पर॥
बिना रुके बिना झुके जवान बढ़ते गए
दुश्मनों को ख़ाक कर उसको चीरते गए।
भीषण राक्षस की भाँति बढ़ते जा रहे थे वो
जवानों के शरीर पर ही… फेंक रहें बम थे वो ,
मगर… माँ के बेटों को अब तक कौन ही रोक सका है,
ज़ालिम लाख कर ले कोशिश जल के ही ख़ाक हुआ है॥
हैलो! ! सिपाही क्या खबर है? ?
सर…
हज़ार भी ना टिक पाए बेटो के सामने
धरती की रक्षा में जान दें दी हर जवान ने ।
दुश्मनों का एक टैंक हमारी ओर बढ़ रहा
बम और बारूदो से हमला वो कर रहा…
जान देने की बारी अब मेरी आई है
जालिमों के सरदार ने माथे पर बंदूक लगाई है॥
भारत माता की जय ! ! !
सेना का अंतिम सिपाही भी मौत को गले लगा चला जाता है। सारी ज़िम्मेदारी अब कर्नल के ऊपर आ जाती है ॥
नशा बना देश प्रेम को, कफन बांध माथे पर,
जकड़ लिया ज़ालिम को वो, ले गया घसीटकर,
ख़ुद पर ही वार कर, ज़ालिम को ख़ाक कर दिया
धरती के बेटों ने दुश्मनों को राख कर दिया॥
चल पड़ा तिरंगा ले, लहरा दिया वहाँ उसे
फ़िर से जंग जीत कर माँ… सलाम कर दिया तुझे ।
झंडे को सलामी दे, गिर पड़ा ज़मीन पर
दर्द था सीने में, गुरूर था चेहरे पर ॥
सांसे धीरे चल रहीं थीं पर शरीर था ना हिला
अंतिम सांसे ले कह रहा था हमसे…
कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों ॥
Third
Miss.Shahina
अब तुम भी खुश होगे
उम्मीद करती हूँ अब तुम भी खुश होगे
तमाम उलझने और ख़ामोशियों से दूर होगे l
अब तक तो किसी का हाथ थाम भी लिया होगा
मेरी यादों के जाले दिल भी से मिटा दिए होंगे l
माना तेरे दिल मे हजारों गिले होंगे
औरो के दिए ज़ख्मों को हाथों से सिए होंगे l
तेरे दिल ने भी कभी तुझे रोका होगा
जब तुमे मुझ पर सितम ढांए होंगेl
बसा ले अपनी जिंदगी ऐसा लोग कहते होंगे
तेरे अपने मेरे मरने कि फ़रियाद करते होंगेl
मुझे यकीन है आज भी तू सर झुकाकर सब सुनता होगा
और तन्हाई में तेरे अश्क मेरी वफा कि गवाही देते होंगे l
तूझे सीने से लगाने वाले और भी होंगे
तेरी खुशियों मे शामिल गैर भी होंगेl
तब तक तेरी शाहीन अपनी मंजिल पा चुकी होगी
और तेरी मुफलिसी पे तांज़ करने वाले तेरे अपने होंगे l
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