26/12/2023 की प्रतियोगिता का विषय है “How do you cope with worry?“ हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
The theme of the competition for 26/12/2023 is “How do you cope with worry?“. Read the poems of the talented poets associated with us. Love, fear, and darkness are the many meanings that keep the hearts of poets emotional. We respect such sentiments and it is our resolve to make their feelings adept. Every day, we give an opportunity to writers and poets to put their thoughts to pen through the Daily Challenge competition in our WhatsApp group on different Topic. And those who write best. You are reading those article on this page.
How do you cope with worry?
चिंता चिता के समान है
मन मे न एसे विचार है
यदि कोई विकार है
तो उसका उपचार भी है
जैसे एक ताले के लिए बनी चाबी है
वैसे हर परेशानी का हल भी है
चिंता चिता तब बन जाती है
जब हम अंधेरे में घिर उजाले को भूल जाते है
चिंता मे लुप्त हो ख़्वाबों को भूलते है
यहि हम भारी गलती करते हैं
चिंता है तो समाधान भी है
उम्मीद और आशा आगे का देते रास्ता है
चिंता के समंदर में आत्मविश्वास की लहर काफ़ी है
मुझमें अब भी ज़ुर्रत और जुनून बाकी है।
Preeti
Insta id simplepenningbypreetiar
चिंता मनकी एक विकार है चिंता
जिससे घिरे रहते हर इंसान
एक अंजान सी गलियों में
भटकते रहते हैं प्रति पल।
बेचैन सी फिरते भीड़ में
आशंकित मन में भरें नकारात्मकता,
मनोरोग से ग्रसित होकर
न सुझे कोई रास्ता।
असामाजिक तत्वों से रुबरु होकर
मन में समा जाते डर,
चिंता घर कर जाती मन में
हर पल कुछ खोने का डर।
आशा और उम्मीद कुछ इतना गया भर आज ह्रदय में,
आसमान की ऊंचाई को छूने की
चिंता में जागते हर इंसान।
कोई रोटी की चिंता में
रात बिताते जाग – जाग कर
कहीं देखो वीरान आंखें तकते
आसमान को बारिश की चिंता में रातभर।
चिंता से परे आज नहीं कोई
है यह समस्या विकराल
खो रहे दिन की शांति
खो रहे रातों की चैन।
रीता
चिंता से सामना
जीवन हैं तो समस्याएं आयेगी
पर क्या चिंता करने से सुलझेगी
चिंता नही हर बात का चितंन करे
कैसे सुलझाऊ ये सोचे और जतन करे
कहते हैं हर समस्या का समाधान होता हैं फिर क्युं डरें
क्यों चिंता मे डुबे व अपना समय बर्बाद करें
आई चिंता का डटकर मुकाबला करना चाहिए
रास्ता मिलेगा बस खुद पर विश्वास होना चाहिए।
कांता कांकरिया
How do you cope with worry?
I worry a lot about anything
Whether it be my exams
Or the health of my family members
Or some crisis
But worrying is just a waste of time
I cope with
Chanting Om
Seating in a peaceful place and talking to God
Sitting with family
Watch any movie
And playing with little sister
Talking with my pets
Through all these activities, I feel relaxed.
Anushka Pandey

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