मेरे अतीत/My past…

11/07/2021 से 13/07/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “मेरे अतीत/My past…”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

अगर आप भी एक कवि या कहानीकार है और अपनी रचना को पन्नो पर उतारना चाहते है तो हमारा व्हाट्सएप्प ग्रुप अभी जॉइन कीजिये।

First

《मेरा अतीत: उलझन या ख़्वाब》

मेरे अतीत के पन्नों में उलझ सी जाती हूँ
तब तब दिल की बात कह नहीं पाती हूँ।

किन्हीं पन्नों में, बिखरे अहसास हैं, कई
खो जाती हूँ, कभी, पढ़ कर शर्माती हूँ।

रूबरू आते हो, कभी ख़्वाब की तरह
बंध मोहपाश में, खुद से, सकुचाती हूँ।

मन मयूर बनकर, जब थिरक उठता है
वर्तमान में रहने को स्वयं समझाती हूँ।

क्योंकर है ‘शीतल’, लबों को सिले यूँ
सम प्रश्न, अतीत में फिर सिमटाती हूँ।

Dr. ( Major ) Shital Jindal
IG: Shital.jindal

Second

She Stood firm on her roots
tossing head to blowing breeze
Boldly bearing scorching furious heat
And Joyfully embracing the chills
flowing under her heels…
She endured her life each day
To the tunes of nature’s choice..
And petal by petals she blossomed
As an angelic wild flower
Of grace and power…
Smiling lucidly to the world around..
Still standing firm on her roots…!!

Kavitha Prabhakaran
@kaaaweee

Third

My past

A dark cloud in the bright sky
Want to ask why the world is so high?

Every moment was a curse
To treat that pain there is no nurse..

My past is like a nightmare
I want to wake up and no more fear..

I woke up from that bad dream
But I am still there and and feeling like a bream

My past is worst
I can never forget that and that hurts..

Zeenat
al.fi7709

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