“मोहब्बत कैसी भी हो/No matter how the Love is”

30/06/2021 से 02/07/2021 की प्रतियोगिता का विषय है “No matter How the Love is/मोहब्बत कैसी भी हो”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

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First


•●•NO MATTER HOW THE LOVE IS•●•
《A LOVE SONNET: SHAKESPEAREAN》

“No matter how the love is expressed
It’s the experience that matters to us
My soul revives, even if, it is stressed
When my eyes find your look’s focus.

In you my love, I found my salvation
Before you, my life knew, no solace
Your divine presence my destination
My beats escalate, heart finds pace.

Love at first sight, got significance
A parched life quenched with elixir
Breath found meaning ‘n its essence
Nostalgias still make, nerves quiver.

Our tale turned into, future unseen
My king, I’m lucky to be your queen.”

Dr. ( Major ) Shital Jindal
IG: Shital.jindal

Second

No matter how the love is,
Mutual, one – sided, mature or infatuation.

It’s the feeling of being in love, that matters, in any situation.

Love makes you feel wonderful, joyful, blissful.

Love inspires you to grow and live every moment to it’s full.

Love never hurts anyone, nor does it break the hearts.

It’s the expectation of reciprocation from where sadness starts.

Love is like sun shining over the world , every season.

Love is in it’s purest form when it is without any condition.

Hemant Sangoi. ( Sherwin )

Instagram :- hemant_sangoi

Third

मोहब्बत कैसी भी हो

एक रोज मिला वो हवा की तरह
इक जरूरत-सा बना वो उस पल
मैंने भी एहसान मान कर उसे पनाह दी
फिर अचानक वो आदत-सा बनने लगा
धीरे-धीरे उसका अपनापन बढ़ने लगा
मन मेरा भी मनचला-सा हो गया
उसका साया मेरी परछाई बन गई
मेरे दिल ने उसे मेहमान बनाया
सुख के साथ ग़मों को भी पनाह दे दी
उसकी मौजूदगी से मेरा जीवन बदल गया
मैं अब खुद की ना रही,समर्पित हो गई उसमें
एक पल में उसने हर खुशी,खु़शनुमा ज़िंदगी मेरे नाम कर दी
अब एहसास हुआ मुझे,मोहब्बत कैसी भी हो
रंग रूप से परे होकर,जिंदगी पूर्ण कर देती है …

@nandini_9569
Anjali Soni