Woman Looking at Sea While Sitting on Beach

Pain/YMPH-Daily-Writing-Challenge

12/10/2024 की प्रतियोगिता का विषय है “ Pain” हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

The theme of the competition for 12/10/2024 is “Pain”. Read the poems of the talented poets associated with us. Love, fear, and darkness are the many meanings that keep the hearts of poets emotional. We respect such sentiments and it is our resolve to make their feelings adept. Every day, we give an opportunity to writers and poets to put their thoughts to pen through the Daily Challenge competition in our WhatsApp group on different Topic. And those who write best. You are reading those article on this page.

Pain

दर्द

जन्म-मृत्यु, सुख-दुख, “दर्द”-गम, हंसी-खुशी,
है! सृष्टि के सृजनकर्ता, आखिर क्यों हैं आज हर कोई दुखी।

सीमित, सुगम साधन भी, आज बने असीमित हैं,
इन पर कुछ तो रोक लगे, क्या वाकई देर बहुत हो चुकी।

गुम हुए अच्छे विचार भी सारे, विरासत भी अब खो रही,
डिजिटल युग में हो गये अंधे, बस चकाचौंध में नजर रुकी।

अद्र्श्य से हैं टूटते तारे, लुप्त हुए प्रकृति के रंगी नजारें,
रम गये सब एसी कमरों में, बीमारियों में जान गुथी।

बिन मौसम अब बरसे बादल, खराब फसल हुए किसान पागल,
सब तरसे तेरी रहमत को, है! पालनहार अब करो सुखी।

स्वरचित एवं मौलिक
स्वीटी जैन ‘दिल से’

Pain

Pain can felt ,but can’t expressed
The pain is reflected from the sad face
The pain is hidden inside the heart
The tears from the eyes show that you are pain
I have felt this pain
That was the afternoon of Jan
My grandfather stopped responding
I entered the room,when grandma was crying
I said stop crying
Nothing has happened to my babaji
But as soon as doctor came ,I said the you are lying
Please Go ,Second Doctor came
But when Doctor Sister declared that he is no more
Then tears started coming from my eyes
I was stuck at one place
And lost beleive in God
The worst and most painful day of life
Was the day of my Grandfather’s funeral.

Anushka Pandey

कर्ब ‘ना दग़ाबाज़ वो’ एहसास है…

वक़्त के तसव्वुर में तो लम्हें उन्हीं के नाम जियें वो अब बदनाम हो गये हैं,
क़ैद वो वक़्त गिरफ़्तारी में कर्जदार हो गया है,
उसके दिलबर ने जो वफ़ा तिजारत कर दी है,
कैसी ये बेख़याली कि मेरा नाम रेख़्ता हो गया है।

सुना है आज उनके नाम से दरिया में सैलभ वो आया है,
कि उठी वो लहरें वक़्त की उनकी कर्ज़दार जो ठहरी है,
दिल मेरा था, बिछड़ कर धड़कन किसी और की अमानत कर दी है,
किस्सा-ए-गम वफ़ा या मुलाकात अधूरी रह गई है।

ज़माने में हुए चर्चे, वक्त-बेवक्त उनकी निगाहों के कर्ज़दार हैं,
वादा जो पूरा था हम किसी और की अमानत नहीं है,
मुझसे गिला कुछ भी नहीं वो खामोशी तुम्हें अब कौन समझाए है,
इतना तो गुरुर है मुझे आज खास कि कर्ब ना दग़ाबाज़ वो एहसास है।

सांस लेना भी तुम्हारी जिद्द की आदत को तड़पाना अब जो है,
जरा-सा हंस क्या दें कि मुस्कुराहट हमारी उनको अब ना पसंद है,
खुशबू की तरह आपका साया बनकर चली जो हवा अब है,
संभालें न संभलें कयामत का ख्याल अब बहार है।

बहुत दूर मगर ख़यालों की नगरी में अब जियें उनकी वो नज़्में हैं,
कि लिखावत तो एक हसीन बहाना जो दिल के पास है,
शायरी करना सिखाकर शायरा किसी और को बना दिया है,
अब पास से अनजान, वफ़ा के उनके किस्से कहीं और हैं।

हमसे बिछड़ कर तुमने किस खास कश्मीर की अमानत को पा लिया है,
कि दर्द भेज कर मेरा वजूद अब शिकायत तुम्हारा एक नया हसीन बहाना है,
जो जल कर राख ना हुआ वो इसक ही क्या है?,
इंतज़ार से क्या नाराज़गी वो तो एक रवायत है।

एक सफर में हमसफर एक बार वो बात जो अब खास है,
दो लफ़्ज़ों की वो बात और वो ख्वाहिश है,
कि शिकायत मुझे तुमसे तब ना थी और अब ना है,
वो मोहब्बत ही क्या कि तुम्हारी ख़ुशी ना देख पाए है।

जो जल कर राख ना हुआ उसमें क्या कशिश है,
जो शमा से परवाना ना बना उसमें क्या तपिश है?,
मेरी इबादत में रोज़ ये सौगात तेरे लिए जिया करती है,
कि मेरी ख़ामोशी कहीं तेरी जीने की वजह ना बन जाए अब है।

मेरी गली से गुजरते एहसास में लिपटे अब वो जनाज़े हैं,
या खुदा मुझे खामोश देखकर इतना क्यों हैरान ज़माना है?
शिकवा किस बात की, दवा मेरे दर्द की लिखे जो उसकी वो आहट है,
अभी कुछ बेकरारी है तेरा तड़पना तो आज खुद कुछ खास है।

अबीर और माही: एक सच्ची प्रेम कहानी, एक अंश

-©®डॉ माया📖

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