YMPH DAILY CHALLENGE WINNER – आत्महत्या – SUICIDE

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22 नवंबर 2020 के विषय

English : SUICIDE
Hindi : आत्महत्या


के विजेताओं की कृतियां नीचे दी हुई है । अगर आपको पसंद आता है तो उन्हें इंस्टाग्राम पर जरूर फॉलो करें। आप नीचे कमेंट भी कर सकते है ।

विजेताओं की कृतियां

WINNING ENTRY NO 1



ये मत पूछो कि आत्महत्या का कारण क्या है
ये सोचो कि आत्महत्या का निवारण क्या है
मरना ही अगर उपाय है जिंदगी का
फिर जिंदगी मिलने का कारण क्या है
लोग कहते हैं पैसा ही सबकुछ है
फिर पैसे वालों के आत्महत्या करने का कारण क्या है
कुछ लोग मौत नहीं आने वाले उम्र में मर जाते हैं
और कुछ बूढ़े होकर भी फिल्मों में अभिनय कर रहे हैं
पैसा अगर इसका उदाहरण नहीं है
तो फिर इसका उदाहरण क्या है
आम शख्सों के बच्चे को कितने संघर्ष के बाद
एक अभिनय मिलता है
और फिल्मी सितारों के बच्चे बचपन से अभिनय करते हैं
आम शख्सों के बच्चे कितना भी अच्छा खेले
समाचार उसे पूछता नहीं
और एक खिलाड़ी के बच्चे को
समाचार उसके बचपन से उसपर नज़र रखती है
अगर ये भी संघर्ष है तो राजनीतिकरण क्या है
कुछ लोगों के पास बहोत पैसे हैं फिर भी
उनकी जिंदगी खुशहाल नहीं है
अगर प्यार महत्वपूर्ण नहीं है फिर महत्वपूर्ण क्या है
मेरी जिंदगी कभी तुम जी कर देखना
फिर तुम भी कहोगे
अगर जीवन ये है तो मरन क्या है

-𝘿𝙞𝙡𝙞𝙥 𝙍𝙤𝙮
𝙄𝙣𝙨𝙩𝙖. 𝙈𝙧 𝙍𝙤𝙮

WINNING ENTRY NO 2



आत्महत्या का अर्थ है खुद को ही जानबूझ कर नष्ट करना । आज कल हर जगह पर सुनने को मिलता है कि उसने आत्महत्या करली या फिर उसने आत्महत्या करने की कोशिश की थी ।

लोग कभी अपनी जिंदगी से थक जाते हैं, इसलिए उसे खत्म करने का फैसला लेते हैं। जब मन हताशा से घेरा हुवा हो तब ये फैसला लिया जाता है ।अकेलापन भी आत्महत्या करने को मजबूर कर देता है।

ज्यादातर लोग अभी तो हताशा ओर असफलता के लिए ही आत्महत्या का कदम उठाते है ।कही ना कही इन सभी मे परिवार या फिर रिश्तेदार की थोड़ी गलतियां होती है । हर रोज घर में जगड़े होना, हर रोज किसीको ताना देना ये सब चीजें भी लोगो को आत्महत्या की ओर ले जाता है ।

किसी इंसान को अच्छा नहीं लगता खुद को दर्द देना, खुद को ही चोट पहुंचाना। इतनी अच्छी जिंदगी को यू मिनटों में खत्म कर देना आसान नहीं होता। कहते हैं लोग की आत्महत्या करने वाले को चौरासी लाख जनम लेने के बाद मनुष्य जीवन दोबारा मिलता है। तो फिर कोई क्यो खुद को नष्ट करने में लगेगा।

आत्महत्या का अंक हम शून्य में तो नही ला सकते पर उनको कम जरूर किया जा सकता है। सभी को थोड़ा सा बदलाव लाने की जरूरत है। जो लोग निराश दिखाई दे उनको हम प्रेरित कर सकते हैं नही की उनको वो बात बार बार कही जाए । घर में लड़ाई जगड़े को भी हमे कम करना होगा ,मिलजुलकर रहेंगे तो किसी को आत्महत्या का विचार ही नहीं आयेगा। कुछ चीजें हमारे सामने होती है तो हमे उनको रोकने का प्रयन्त जरूर करना चाहिए।

ये जिंदगी भगवान का दिया हुवा अनमोल तोहफा है, जिंदगी बहुत कीमती है, तो क्यू उसको पल भर में खत्म कर देते हो ?

-Drashti Bhadja


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