YMPH DAILY CHALLENGE WINNER – दर्द की अभिलाषा – DESIRE OF PAIN

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25 नवंबर 2020 के विषय

English : DESIRE OF PAIN
Hindi : दर्द की अभिलाषा


के विजेताओं की कृतियां नीचे दी हुई है । अगर आपको पसंद आता है तो उन्हें इंस्टाग्राम पर जरूर फॉलो करें। आप नीचे कमेंट भी कर सकते है ।

विजेताओं की कृतियां

WINNING ENTRY NO 1



Desire Of Pain.

I know we are not meant to be together but still my heart only craves for you.
Every inch of my body craves for your presence.
It doesn’t matter how many times my brain strictly ceases my heart to not thinking about you and wanting you but my vulnerable heart always wins in the fight between choosing you and letting you go.
This is just the sign how much I owe my heart, my soul and my body to you.
Loving you, wanting you will always lead me to the eternal and countless sorrow.
But my love for you is endless and beyond any imagination and this is what makes me strong enough to love you this hard and this is what gives me strength to not give up on you.
Yes, I can love you and still let you go for me this is what love is all about.
Love could never be forced between two people it could only be conspired between those who passionately want to be in it.
Why should I stop you to stay by my side?
You never asked me to love you this hard.
You never forced me to do those little things which I always loved doing it for you.
This is me who decided this endless pain and sorrow for myself till end of the time.
This is me who wanted to experience this true essence of pleasurable pain of being in love.
If we are not afraid of being in love.
Then why we are afraid of being hurt?
I know loving somebody would never be same as loving you.
It’s privilege to get my heart broken by someone I truely loved.

UZMA KHAN ~

WINNING ENTRY NO 2



तुम मेरे ना होकर भी मेरे ही रहो
कुछ ऐसी मुझे जिन्दगी की परिभाषा चाही थी ।।
राह- ए- सुकून की तलाश किसे थी
मुझे तो तुमसे बेइंतहा दर्द की अभिलाषा चाही थी ।।

राहों में ही देख सुकून पा लिया
मैंने कब तुमसे हमेशा पास रहने की दरख्वास्त चाही थी ।।
खामोशी में भी बहुत कुछ सुन लिया मैंने तो
कभी दो लफ्जो तुझसे सुन लेने की गुज़ारिश चाही थी ।।

बाहर – ए – सुकून का इंतजार नहीं
मुझे तो तुमसे बेइंतहा दर्द की अभिलाषा चाही थी ।।

Payal nihore

WINNING ENTRY NO 3



कुछ दर्द ऐसे होते हैं
जिन्हें हम ना तो दिखा सकते और ना ही किसी को बता सकते हैं
बस अपने अंदर ही रखकर
उस दर्द को मार सकते हैं ।

कुछ दर्द ऐसे होते हैं
जिन से समझौता करना ही बेहतर होता है
दर्द से मेरा गहरा रिश्ता है
समझ नहीं आता मुझे कभी-कभी दर्द मुझे नहीं छोडता या मैं दर्द को ।


कुछ दर्द ऐसे होते हैं
जिनके साथ ही हमें जीना होता हैं
उस दर्द को घुट-घुट कर ही अपने अंदर सहेज कर रखना होता

यह दर्द है जनाब !
यहां आपके दर्द पर दवा लगाने वाले कम
और नमक लगाने वाले ज्यादा मिलेंगे ।

पता है
हमारी प्यारी सी हंसी के पीछे कितने दर्द छुपे होते हैं
यह शायद ही कोई समझ पाता है जो आपको समझता है अच्छे से ये मुस्कान -मुस्कान ही हैं
या मुस्कान के पीछे का दर्द। ।

SHivangi SinGh

SPECIAL WINNING ENTRY



मैं कवयित्री तों नहीं…
लेकिन मैं कविता लिखना जानती हूं,
कविता लिख सकती हूं,
इसलिए कविता के रूप में हर चीज लिखती हूं,
पहले मम्मी-पापाजी तब अन्य शिक्षक ने मुझे
पढ़ना,लिखना और चीजों को समझना सिखाया,
मम्मी पापाजी ने मुझे दुनिया के हर इंसान का
सम्मान करना है ये सिखाया,
ग़रीबी ने मुझे, गरीब का दर्द क्या होता है
ये बतलाया ?
बेसहारा,गरीब,मजदूर और भीखमंगे को देखकर
उसकी हालत मुझे बार बार रुलाती है;
इंसान को कचरे से बीनकर और रोड किनारे
फेका हुआ खाना को खाने वाले की याद
मुझे आधी नींद में ही जगाती है..
एक उम्र से पहले और एक उम्र के बाद भी
अपने तन की क्षमता से ज्यादा बोझ( जिम्मेदारी) को
उठने वाली की दृश्य मेरे आंखों में आंसू
बार बार आ जाती है,
यहां मुर्दों को बस्ती में कुछ ही इंसान को जिंदा देखा है,
इन लोगों के लिए हम कुछ कर सकते नहीं
और जो भी कुछ कर सकतें है वो कुछ करते नहीं..
मैं कवयित्री तों नहीं
लेकिन मैं कविता लिखना जानती हूं,
लिख सकती हूं इनके दर्द को
इसलिए मैं इनके दर्द को लिखती हूं अपने हृदय के अंतर्मन में कविताओं के रूप में…..❣️

सृष्टि प्रियदर्शनी

SPECIAL WINNING ENTRY

उसने हम से पूछा
“दर्द की अभिलाषा बताओ”
हमने मुस्कान से इतना ही कहा
“जो आपने दिया उससे तो कम ही है “

Akshay Patel

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