16/08/2023 की प्रतियोगिता का विषय है “Letter or E-mail”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
Letter or E-mail
आज लिखने बैठा तो याद आया, वो खतों का भी क्या दौर था
यहां आज दिखता न कोई , कभी वहां हुआ करता डाकिए का शोर था
मैंने तो देखा भी नहीं बस मां बताया करती थी
कि अपनों की याद उन दिनों कितना सताया करती थी..
एक खत की राह में मां महीनों बिताया करती थी
छूट न जाए कहीं मेरे हाथ से बहुत घबराया करती थी
घंटो घंटो वो गली में रहती ताकती थी
खत आया कि नहीं खाली डिब्बे में झांकती थी
सबसे हसीन पल उसे उसका पहला खत मिल जाना था
मैंने आज भी देखा है, उसकी खुशी का रहा न ठिकाना था
आंखे नम करके मुझसे फिर वो कहने लगी
बेटा तुम लोगो की दुनिया तो बस फोन तक सीमित रहने लगी
एक मैसेज टाइप किया कि हाल चाल जान लेते हो
ना जाने कैसे एक सेकेंड में उसको पहचान लेते हो
हां e mail से जिंदगी तो आसान हुई तुम्हारी
पर कुछ बातों से वंज्स रह गई नई पीढ़ी हमारी
खतों ने हमे संयम रखना, प्यार करना , इंतजार करना, इजहार करना, इकरार करना, न जाने कितना कुछ सिखाया था
शब्दों में बयां नही होता मां ने तो बहुत कुछ बताया था
एक पीढ़ी ऐसी जो खतों के बिना अधूरी है
हमारी बात करें तो लगता है e mail भी जरूरी है
समय समय की बात ये तो,
यू तो काम दोनों का ही मिटाना दूरी है
काम दोनों का ही मिटाना दूरी है……
Payal Bansal
Insta Id @uni.que_nature
Have you ever written a letter?
Do you know how much effort it takes?
You hold a pen, write things down
Carefully, and avoid having a messy page.
But have you also written an email?
Have you had the pleasure of clicking a simple ‘send’ button?
You type it down, in different fonts, as you please
It takes half the effort than it takes to use a paper sheet.
Some might say emails save wood and trees
And some might argue letters depicts your feelings.
What I remember are the pigeons that used to be
The messengers of two lovebirds or, maybe enemies.
So, if the question arises or what is better
Me being a hopeless romantic and a firm believer
Of love and expression
Would always choose to send a handwritten letter.
Devika Modi
@devikamodi_
Two Liners
अल्फाज़ हैं जज़्बात हैं एहसास कहां हैं type किए हुए emails में।
जो एक एक अल्फाज़ में छिपे होते थे लिखे हुए खतों में।Shilpa Bhatnagar
Insta: @wordsworldofshilpa
समय है भाई इसका बदलना भी जरूरी है
खत हो या E-Mail काम दोनों का ही मिटाना दूरी है…Payal
An email can hold so much information, but a letter can hold lots of love!
Apoorva V
हमारा लिखा तो हम ख़ुद ही, पढ़ नहीं पाते।
Suman Kumar
तो खत क्या हम उन्हें, ख़ाक भिजवाते।
मन के भावों की लुका- छिपी
ये जिन्दगी तो लुका छिपी का खेल है जनाब
Rachna
जहाँ कभी उमड़ते तो कभी दिल में दफ़न होते ज़ज्बात
जहाँ सुख-दुख खेलते आँख मिचौली का खेल
प्यार के एहसासों का नहीं है कोई मेल
दिल और दिमाग में ज़दोज़हद चलती है
न जाने यह लुकाछिपी किधर करवट बदलती है।