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Dear jindagi/YMPH-Daily-Writing-Challenge

11/12/2023 की प्रतियोगिता का विषय है “Dear jindagi” हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

The theme of the competition for 11/12/2023 is Dear jindagi. Read the poems of the talented poets associated with us. Love, fear, and darkness are the many meanings that keep the hearts of poets emotional. We respect such sentiments and it is our resolve to make their feelings adept. Every day, we give an opportunity to writers and poets to put their thoughts to pen through the Daily Challenge competition in our WhatsApp group on different Topic. And those who write best. You are reading those article on this page.

Dear jindagi

Dear jindagi

तुम जो भी हो जैसी भी हो
मुझे तुमसे प्यार है
तुममे हूं तो ये जहां है
देखने को सपने है
आसमान है
कभी रुख बदल लेती हो
कभी साथ चलती हो
कभी हसाती हो
कभी रुलाती हो
तुम जैसी भी हो मुझे
तुमसे प्यार है
तुम्हारा हर रवैया मुझे
स्वीकार है
कभी रंगीन हो कभी
गमगीन हो
शून्य से ले के अनंत तक
सब तुम में शुमार है
तुम जैसी हो
मुझे तुमसे बेहद प्यार है

-रिया

जिंदगी से प्यार

बड़ी मुश्किल से मिलती हैं मनुष्य की जिंदगी
इस अनमोल जिदंगी से प्यार होना चाहिये

उतार -चढ़ाव सुख -दुख तो जिदंगी में आते रहेंगे
हर पल मुस्कारा कर जीने का हौसला बुलंद होना चाहिए
ये जीवन तो क्षणिक हैं एक दिन‌ सबको जाना‌ हैं
पर जब तक जीये शान से जीये ये जज़्बा मन में होना चाहिए।

✍️कांता कांकरिया

ज़िंदगी, तु सबको मिली…
लेकिन जिंदगी, सबको तु मिली नहीं.

तेरे मायने हर किसी के लिए अलग-अलग है,  तुझे जिने की वजह हर किसी को मिली नहीं.

किसी ने तुझ पर हमेंशा अपनी चलाई,
और किसी की जिंदगीभर तुझ पर चली नहीं.

तु कभी मासूम बच्चे जैसी..
कभी तु बुढ़ापे में बिमारी जैसी..
तु कभी रंगीन जवानी की तरह..
कभी तु गमगीन कहानी की तरह..
वक्त की तरह तुभी कभी ठहरी नहीं.

जिंदगी तुझसे गिला भी हे बहुत,
और तुझसे मिला भी हे बहुत,
जब-जब तु रूठती-रुलाती,
तब-तब तुझ पर गुस्सा आया..
जब तुने हंसाया,गले लगाया तब प्यार आया.
तु एक पहेली सी,जो किसी से सुलझी नहीं.

तु ही आफताब हे,तु ही महताब हे,
तुझे जीना वही एक खिताब हे.
खैर तु जैसी हे वैसी मेरी हे,
बहुत कुछ लिख शकता हु तुझ पर ए जिंदगी,
एक शायर के कलम की तरह,
तु भी कभी रुकती नहीं.

~ K i N j A L M E H T A ~
lefthand_sound : Insta. Id

Jindagi,,
a word that’s make the world.
है कोई कहानी या कोई खिस्सा,
सपनों में मिलता है इसका एक हिस्सा।
यही रुलाती है,यही सताती है।
रोकर हंसना भी यही सिखाती है
है ये कोई बदमाश सी पंछी,
बादलों को छूना चाहती है।
भवरा बन के फूलों के,
आसपास मंडराना चाहती है।
डरती नहीं किसी से भी ये,
चाहे हो कितने भी दुश्मन ( मौत),
है यही गम का सागर भी,
जिसमें है खुशियों की मोती।
कभी रुलाती कभी हंसाती,
But I love you dear zindagi,
Because,,
I am just because of you……

Sohani Kashyap

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