rakhi, rakshabandhan, india-2630652.jpg

Rakshabandhan/YMPH-Daily-Writing-Challenge

29/08/2023 की प्रतियोगिता का विषय है “Rakshabandhan”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

Rakshabandhan

क्यों बांधति राखी तुम्हें

क्यों बांधति राखी तुम्हें इसलिए की,
इस राखी के साथ यह,
रिश्ता भाई बहन का गहरा और हो,
जाएगा जब तक,
यह भाई है बहन मेरी तेरा चेहरा कभी,
ना मुरझाएगा,
भाई खुशियां ढुढे़गा तेरे लिए सदा,
आज मुझे इतनी प्यारी बहन,
मिली यह भाई करता हर दिन, ऊपरवाले का शुक्रिया अदा,

Kadambari gupta
Insta -id, kadambari.gupta

इस दुनिया की हर खुशी हो आपके नाम
हमारा यें रिश्ता अहसास व भरोसे से बना
आपकी मैं बहन और आप मेरे भईया
हमारा प्यार ऐसा हैं जिसे कभी दूरिया कम नहीं कर सकती
मेरे विश्वास के रेशमी धागे से बना एक राखी
जिसमें लगा आपके सम्मान की एक मोती
और आपकी इस बहन की प्यार की मिठाई
आपको इस बहन की ओर से रक्षा बंधन की बधाई.

Swati Sahu

विषय- रक्षाबंधन

बंधन है, बेला है, यह मनभावन सावन है
लौटा फिर से आज बचपन, खिलता माँ- बापू का आँगन है

मायके की महक बुलाए, पग-पग दौड़ी ऐसे जाँऊ, हरियाला सा सावन है
तिलक लगाऊँ, मंगल गाऊँ, बहना का मनःअश्व बड़ा ही धावन है

कहीं खिलौने, कहीं तमाशे, यादें संजोता सावन है
मिठास में डूबा हर एक लम्हा, हँसी-फुहारों से ही पूरे दिन का यापन है

मेहंदी हो, झूले हों, मन -मन घुमड़ता सावन है
सजेंगीं रेशम की डोरियाँ भाई की कलाई में, यह प्रेम का प्रतीक पावन है

नलिनी चौधरी,दिल्ली
Insta ID- Myownpennalini

In bonds of love, a sacred tie,
Raksha Bandhan, ‘neath the sky.
Brother’s vow to protect and guide,
Sister’s affection, strong and wide.

Thread of care, a symbol true,
Hearts entwined, forever grew.
Memories shared, laughter and tears,
Through passing years, enduring fears.

A promise made, a bond so dear,
Raksha Bandhan, every year.
Siblings’ love, an eternal flame,
In each other’s hearts, a cherished name.

Anannya Choudhury
Insta id: anannyachoudhury

अब की बार राखी मैं
अब की बार राखी मैं भैया नही रीत चलाओ तुम ।
अपनी बहन को आत्मरक्षा के नए रीत सिखाओ तुम ….
वेल सेटल्ड लड़का ढूंढने की बजाय .मुझे इकोनॉमिकली इंडिपेंडेंट बनाओ तुम …
जो मुझसे प्यार करे उसे मेरा जीवन साथी बनाओ तुम ….😛

मेरे साथ हमेशा रहना तुम …मेरी ताकत बनाना तुम …
मैं जो कभी कमजोर पड़ जाऊ तो मेरी ढाल बन जाना तुम …..
राखी की इस रीत तो उम्र भर निभाना तुम ….
दुनिया दारी के चक्कर मैं मुझे मत भूल जाना तुम ….

बेटी नही होती पराई ये बात मां बाबा को समझना तुम …
दहेज मैं न कोई सामान देना तुम …मुझे तो मेरा स्वाभिमान देना तुम
परंपराओं को सबके साथ खुसी खूसी मानना तुम ….
पर मुझे कुप्रथा के चक्कर मैं पीसने से बचना तुम ….

थोड़ी सी नादान हु मै और मेरे प्यारे भैया हो तुम ….

तुम्हारे नखरे सहती हु मै और मेरी नाज उठते हो तुम …
तो चलो एक दूसरे की हिम्मत बने हम तुम ..
भाई बहन का रिश्ता होता है सबसे अनोखा ये बात दुनिया को बताए हैं ….

भैया जैसे मेरा लाज रखते तो तुम
वैसे ही हर लड़की की लाज रखना तुम ….
भैया चोलो राखी की इस नई रीत को
दुनिया को बताए हम….
राखी है एक पवित्र बंधन चलो सब साथ मिलकर मनाए हम …
Today is rakhi
Happy rakshabandhan all of you

Soniya baghari

Insta”I’d @bagharisoniya

Rakshabandhan

I have only one sibling and that’s my sister.

So from the start, I’ve been tying rakhis to my cousin brothers.

When I was younger, Rakshabandhan was simply a day where I tied rakhis and got money in return, not to mention the sweets!

As I grew up, I realised what it symbolized. It meant that I was acknowledging someone for protecting me when times are tough, thanking them for sticking by my side.

Now, I tie a rakhi to my sister because she’s my biggest support system and knows how to make me smile even when I’m feeling low.

Two-liner

It’s okay if you don’t have brothers to tie rakhis to.

Celebrate this loving occasion with your support system!

Apoorva V

“गाथा रक्षाबंधन की”

श्रावण की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
भाई के मस्तक पे टीका लगाया जाता है
भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है
भाई बहन के नातो का विशुध प्यार है

रक्षा बंधन की है यह पौराणिक गाथा है
बहन ने भाई की कलाई पे बाँधा धागा है
जिन के भाई न थे सगे उनकी रक्षा हेतु
परंपरा अज़ीम आदि कल में हुई शुरू

श्री कृष्ण ने शिशुपाल पे सुदर्शन चक्र चलाया
कलाई से कृष्ण जी के कुछ लहू निकल आया
तब द्रोपदी ने कलाई पे कृष्णा के जो बंधा था
एक बहन का भाई से वह अटूट नाता था

कर्णावती ने जब हुमायूं को राखी भिजवाई
शाह बहादुर के विरुद्ध हुमायु ने की लड़ाई
सिकंदर की पत्नी ने पुरु को भाई बनाया
पुरु ने सिकंदर को न मारने का हलफ़ उठाया

बड़ी विचित्र विशेष रक्षा की यह गाथा है
स्नेह प्रेम का बंधन जो बहना ने बाधा है
भाई बहन के रक्षा को देता ये वचन है
प्राण निछावर करने का लेता वो प्रण है

येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल ॥
Laique Ahmad Ansari

विषय- भाई -बहन का रिश्ता
भाई -बहन का रिश्ता जग में सबसे निराला है
यह रिश्ता छोटी-मोटी तकरारों से भरा प्याला है
भाई बहन जब होते हैं पास, तो रोज झगड़ते हैं
पर जब बिछङ जाते हैं तो एक दूसरे के लिए तड़पते हैं
भाई अपनी बहन को छोटी-छोटी बात पर चिढ़ाता है
पर कोई दूसरा बहन को कुछ कह दे तो भाई का पारा चढ जाता है
बहन भी भाई से रोज झगड़ती है
पर मन ही मन भाई की सलामती की दुआ वह भी रोज करती है
इस रिश्ते में है सब रिश्तों का समावेश
यह रिश्ता है दुनिया में सर्वश्रेष्ठ
संजना पोरवाल
Ig-sanju porwal790

रक्षाबंधन वैसे अब तो कुछ ख़ास emotion नहीं जगाता है मन में और सच कहूं तो तीन बहनें होने के वाबजूद हम ने भाई बहन का वो रिश्ता नही अनुभव किया जो बाकी कई लोगों से मैं सुनता हूं।

लेकिन बचपन के दिनों में इस का काफ़ी इंतज़ार रहता था।
हमारी तीन बहनें हैं और सब मुझ से छोटी, और जो सब से छोटी वाली है उसे इस बात का बहुत शौक़ था और अभी भी है की उसकी राखी सब से सुंदर हो और इसलिए वो काफी मेहंगी राखियां लाती थी। जिसमें कई किश्म के design हुआ करते थे, लेकिन मुझे हमेशा पसंद आते थे सब से simple वाले जिन्हें मैं कई दिनों तक अपने कलाई से नहीं उतारता था। और हां पूरा बचपन मैं ने ये कह के राखी बंधवाता रहा की जब नौकरी लगेगी तो सारे तौफे एक साथ दूंगा।

ये तो उनकी खुशकिस्मती है की मेरी सच में नौकरी लग गई वरना इस देश में हम जैसे युवाओं का बेरोजगार होना तो आम बात है।

Suman Kumar

सुन ना भाई.
कुछ बातें कहनी थीं तुझसे,
सोचा इससे अच्छा दिन क्या ही होगा।

माना की हम लड़ते बहुत हैं
एक दूसरे से झगड़ते बहुत हैं,
लेकिन एक बात तो सच है।
कि प्यार भी आपस में करते बहुत है ।

साथ तेरा हर समय मुझे मिला है,
तेरे साथ ये जीवन का फूल सुंदर खिला है,
हाँ कभी नोक झोक हो जाती है,
लेकिन तेरे साथ हर बार मेरा दिल मिला है।

तूने हर हदें पार की मुझे सलामत रखने की,
आदत मेरी भी बुरी है तेरी हर गलती को तकने की,
लेकिन फ़िर भी हमारा अंदाज़ अलग है,
तेरे मेरे रिश्ते का नाम अलग है।

भाई बहन का प्यार हमेशा बना रहे
हर मुश्किल के आगे तु सीना तान के खड़ा रहे
हर मुश्किल से खुदा तुझे बचाकर रखे,
औरतेरा मेरा प्यार ऐसे ही बना रहे।
😍😍

Anmol khurana
Kalamkakhawab_5

Topic Raksha Bhandan Restricting myself to 100 words


As I am penning my thoughts on the key sibling’s love which could be a better correlation of our sibling love with our Indian festival called Raksha Bandhan
I can state in other words the love & bonding between siblings.The brothers & the sisters.
Raksha means protection & Bandhan means bonding This festival is celebrated every year, when the brother pledges to protect her sister & remain bonded with her in all her difficult times through out the life journey.
The sibling’s relationships are built on 6 pillars love, respect friendship, fun ,small arguments & adhesion.
Jawahar B Lalla

The Bond of Love
Raksha Bandhan is not a festival but it’s an emotion of love, care, respect, and protection. The Raksha Bandhan is not a bond of only blood relations but nonblood relations can also be brothers and sisters. Raksha Bandhan is not merely two words but they have great meaning in it. Where Raksha means protection from all evils and Bandhan means bonding between brother and sister. Even those who have no brothers or sisters seem to be upset about this day. I have seen in reality that a girl doesn’t have a brother she asks her parents for a brother, so they bring two male dogs for her. She made them brothers and from that day they protected her. The Rakhi is not just a thread but it’s the symbol of love. All the sisters wait for it to meet their brothers.
Every girl and boy is not about love but in the relationship of brother and sister.
We celebrate Rakshabandhan with great joy in India.

Anushka Pandey

रक्षाबंधन
सुकून भरा शब्द है रक्षाबंधन ।
दुनिया की नज़रों में जैसा भी हो
बहन की नज़रों में प्यारा होता हैं भाई ।।

अपनी बहन की ही नहीं,सभी लड़कियों की रक्षा करे ऐसा हो सबका भाई ।।

बहनाे की इक गुजारिश हैं, जाने किस गली से गुजरती है बहने , कास उन सभी लड़को के अंदर दिखता भाई ।।

सुना है मैने राखी का बहुत महत्व होता हैं,सभी भाइयों के कलाई में बंधा होता है ।।

बड़ी विडम्बना है,
किसी की बहनो पर दुर्व्यवहार (रेप) होता हैं ।।

देखो ना,प्यार की बेमिसाल मूरत होता है भाई,
हर बहनों की जिन्दगी की जरुरत होता है भाई ।।

इस राखी मैने जज़्बात को अपने’ शब्दों से बांधा हैं,
मै बहन सबकी ,तु सबका भाई ।।

Pallavi Bhardwaj

रक्षाबंधन
बंधन एक ऐसा है
जिसका कोई मोल नहीं है!!

विश्वास है इसमें इतना

जो सबसे अनमोल है!!

हर बहन की बस इतनी ही ख्वाहिश

खुश सदा रहे मेरा भाई..!!

बंधन है अनोखा

ना मिलावटी, ना ही है धोखा!!

निःस्वार्थ है प्रेम

बस यही कहे तुम्हारी बहन!!

आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏

खुशबू उपाध्याय जौनपुर

शीर्षक-रिमझिम बारिश संग राखी

भाई तू सुखी रहे,ऐसी मेरी अभिलाषा है।
तुझसे ही मेरी खुशियों की परिभाषा है।।

रंगबिरंगे धागों से सजे तेरी कलाई है।
राखी का त्यौहार अपने संग ढेरों खुशियां लाई है।।

ढेरों प्यार और सम्मान की मंगलकामना से।
भाई तेरा प्यार रहे हमेशा यही शुभकामना से।।

रिमझिम बारिश संग मास पवित्र सावन है।
राखी का त्यौहार है,रिश्ता भी पावन है।।

प्रीत की डोरी से बंधी,ये पावन त्यौहार है।
खुशी मस्ती से भाई बहन का अद्भुत अनुपम प्यार है।।

पल भर का रूठना मनाना,रोज हुआ करता है।
खुशी-गम के संगम से ये रिश्ता कायम रहता है।।

सारे जगत में इस रिश्ते सा रिश्ता न कोई दूजा है
कच्ची डोर का पक्का बंधन ये रिश्ता बड़ा अनोखा है।।

इस रिश्ते का निस्वार्थ प्रेम औऱ रिश्तों में नहीं मिलता है।
सच में भाई बहन का प्यार सम्पूर्ण जगत में अनोखा है।।

बहना दिल से देती दुआ,खूब प्यार सम्मान मिले।
भाई भी कहता है प्रतिपल हरदम तेरा मेरा साथ रहे।।

सावन की सतरंगी मौसम, खुशियां प्रतिपल रहे।
हंसते खिलखिलाते यह पावन पुनीत बंधन रहे।।

आप सभी को रक्षाबंधन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं🎉🎊

दीपमाला साहू
छत्तीसगढ़

याद आने पे तेरे उस राखी को देख लेता हूं
जो हर साल प्यार से भेजती है मेरी बहन मुझे तू।
बड़े शिद्दत से एक एक मोती पिरोती है
मेरी खुशियों के लिए दुआएं भेजती है
हर बलाएं मेरी ले लेती है
आशीष मुझे हजारों दे देती है
ख्याल रखने के अनगिनत उपाय सुझाती है
पास बुलाने के बहाने ढूंढती है।
कभी नाराजगी दिखाती है
कभी मजबूरियां समझती है
प्यार वो मुझसे बहुत करती है
मेरी प्यारी बहन अब प्यार भी न ज्यादा दिखाती है।
ससुराल में अपने जिम्मेदारी निभाती है
बात करूं तो आसुओं में घिर जाती है
याद तुझको मेरी बहुत याद आती है
याद मुझको भी बहन तेरी बहुत आती है
इसलिए हर साल ये राखी
कलाई पर बहन तू सजा जाती है।

शिल्पा भटनागर
@wordsworldofshilpa

जैसा कि सभी जानते हैं कि रक्षाबंधन भाई बहनों के पवित्र प्रेम का त्यौहार है ।इस त्योहार को हिंदुओं में मनाया जाता है।यदि हम रक्षाबंधन की शुरुआत की बात करें,तो कहा जाता है कि मध्यकाल में राजपूताना के शासक महाराणा सांगा की युद्ध में मृत्यु हो जाने के बाद उनकी पत्नी महारानी कर्णावती ने पड़ोसी राज्य से अपने साम्राज्य की रक्षा के लिए मुगल शासक हुमायूं से मदद मांगी और उन्होंने साथ मैं एक रक्षा का धागा भी भेजा।महारानी कर्णावती जी ने एक भाई समझकर हि उनसे यह मदद मांगी लेकिन दुर्भाग्यवश मुगल शासक हुमायूं उनकी सहायता के लिए ना आए।फिर भी महारानी का विश्वास डगमगाया नहीं और उन्होंने हंसते-हंसते जोहार को गले लगा लिया।अतः इससे स्पष्ट होता है कि रक्षाबंधन को मनाने का उद्देश्य अवश्य ही एक भाई द्वारा अपनी बहन को हमेशा उसकी रक्षा का आश्वासन देना रहा होगा,लेकिन वर्तमान में परिदृश्य बदल चुका है क्योंकि जिस समय यह त्यौहार शुरू किया गया था उस समय क़ानून,पुलिस व्यवस्था का अभाव था । इन व्यवस्थाओं के लागू होने के कारण रक्षाबंधन की प्रासंगिकता कम हो गई है ।आज संयुक्त परिवार एकल परिवारों में तब्दील हो गए हैं ।आज लोग साथ रहने की बजाय अकेले रहना पसंद करते हैं । ऐसे में भाई बहन से दूर ना हो जाए,बहन भाई को भूल न जाए और यदि परिवारों में द्वेष भावना है तो इन सब चीजों को दूर करने के लिए प्रेम पूर्ण त्योहारों की आवश्यकता होती है उनमें से ही एक त्यौहार है रक्षाबंधन । अतः रक्षाबंधन भाई बहनों के रिश्ते का एक अटूट बंधन है अटूट प्रेम का बंधन है

Preetirana@1630

The bond supports each other
The bond teases and being teased by eachother
The love shared by eachother
The taunts being made by eachother but never let others do that so
The secrets shared by eachother
The protection given by eachother
Last but not least the bond filled with all the love, sorrow, happiness, togetherness and also a very comfort zone of bothers and sisters is called Rakshabandhan
Rakshabandhan is not only about a sister tying rakhi to his brother by believing that her brother protects her all the time but also sister promising him that she will be there for him when he need her

Jyothirmayee Mukkamala
insta I’d: jyothirmayee_mukkamala

रक्षाबंधन

रक्षाबंधन प्रतीक है भाई- बहिन के आपसी सौहार्द्र का,
यह त्यौहार भारतीय संस्कृति की अनोखी है परंपरा।

बहिन देती अपने भाई को हमेशा ही बहुत दुलार,
भाई भी बहन की रक्षा करने को हरदम रहता तैयार।

रोली टीका, ऊपर करती अक्षत की बौछार,
मिष्ठान्न खिलाकर भाई को खुद हो जाती संतुष्ट।

भाई का उपहार बहिन को लगाता बड़ा अनमोल,
खूब दुआएं देती भाई को,बहिना अपना दिल खोल।

द्रौपदी ने भी साड़ी के चीर से बांधा था कृष्ण का घाव,
बढ़ाकर चीर अनंत कृष्ण ने द्रौपदी की बचाई लाज।

उर्मिला वर्मा
Instagram ID Urmilaverma11

रक्षा कबच है तू मेरा कभी टूटने मत देना
ये प्यार का प्रतीक तेरे हाथ से कभी छूटने मत देना
मेरे भाई तू मेरी जान है… सबसे अनूठा मेरा अभिमान है
यू ही नहीं बना ये अनोखा रिश्ता इस दुनिया में
ये तो किया उस खुदा का हर बहन पे अहसान है..!!

Payal Bansal

Raksha Bandhan, a love’s own bond,
Spreads joy and love, far and beyond.
Once a year, it graces our sight,
Reminding us of bonds so tight.

Relationships’ worth it does declare,
Teaching us to love, to care.
With a thread, our hands it ties,
In its embrace, our love complies.

A sacred vow, it does impart,
To shield connections, heart to heart.
Oh Raksha Bandhan, thread so fine,
In your embrace, sentiments entwine.

Dr. SHUBHA MUKHERJEE

A Wise Sibling”
All are engaged ,at the moment
Merely,I’m writing in despondent..

In abounding Crisis, I feel Empty
When I will get the boon of real pity?

Adding Love,Care, Dignity,Funs and Silly fights With Shielding..

Almighty! When you will bless me,
a “Wise Sibling ” for Healing??
©️ Santhoshi Choradia

मेरा तो यादों का पोटला बहुत बड़ा है और रक्षा बंधन की यादें तो इतनी हैं की सुनाते सुनाते रात हो जायेगी. फिर क्या हुआ हमें कौन सी जल्दी है.
Rakshabandhan ka मतलब था दादी के घर पूरे परिवार का इकठ्ठा होना. चाचा- चाची, बुआजी फूफा जी ,तायाजी- ताईजी और कुल मिला के सबके दर्जन बच्चे और उस छोटे से लाजपत नगर के घर में हम समा कैसे जाते थे समझ नही आता. पहुँचने के कुछ देर बाद राखी बाँधते थे. फ़िर सबसे मज़ेदार 10₹ का नोट मिलने वो भी एक नहीं छे:, मतलब हम तो उस दिन खुदा हो जाते थे. हम दुनिया के सबसे अमीर बच्चे थे.
राखी के बाद शुरू होता था सारा दिन धूप में खेलना. बार बार डाँटे जाने पर भी हम ढीठ घर नही आते थे.
दोस्तो अब में चलती हूँ, आज भी पूरा परिवार राखी के लिये जमा है,और मैं शौचालय में बैठ कर ये लेख पूरा कर रही हूँ, भागो, मार पड़ेगी.
सारिका सलिल

Comments are closed.