pocket watch, clock, time-2031021.jpg

The TIME or The Fault of  FEELINGS/YMPH-Daily-Writing-Challenge

02/02/2024 की प्रतियोगिता का विषय है “The TIME or The Fault of  FEELINGS” हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है

The theme of the competition for 02/02/2024 is The TIME or The Fault of  FEELINGS”. Read the poems of the talented poets associated with us. Love, fear, and darkness are the many meanings that keep the hearts of poets emotional. We respect such sentiments and it is our resolve to make their feelings adept. Every day, we give an opportunity to writers and poets to put their thoughts to pen through the Daily Challenge competition in our WhatsApp group on different Topic. And those who write best. You are reading those article on this page.

The TIME or The Fault of  FEELINGS

When a child falls down he always has a hand
When a girl cries she always has a lap
When a boy drive he always has a support
When a women gets in problem she always men by her side…

What is creadibility?
Who is worth it?
The one who can support you when you fall?
Or the one who stays behing and let you rise after you fall?

The one who always consoles you in your setback?
Or the one who teach you to fight back?

Is it necessary to creed on someone?
Is it necessary to be someones creed?

Can’t we become our support and pillar?
Can’t we save our emotions for the most credible person?
Can’t we have some creed in that devine power?
Can’t we be the creed of the hands which raised ur as humans?

Dr. Priyanka

“The TIME or The Fault of  FEELINGS”

Time seems Slow,
When you are waiting.
Time seems Fast,
When you are getting Late.
Time seems Painful,
When you are said.
Time seems stable,
When you are feeling bored.
Time seems Shorter,
When you are Happy.
Time seems Endless,
When you are groaned.
Time is measured,
By Your Feelings and Conditions.
Not by Tick -Ticking as like just a CLOCK.
Preeti.A.R
Insta id simplepenningbypreetiar

शीर्षक – ” मैं नारी हूँ “
हौसला हूँ , बुलंदी हूँ ,आगाज हूँ ,
मैं जिंदगी के साज की बुलंद परवाज हूँ मैं नारी हूं …. हां, मैं नारी हूँ……
परिवार की नींव और
समाज की फुलवारी हूँ ,
मैं ही धरती, मैं ही जगमग सितारा हूँ,
मैं जननी , सब्र की मिसाल ,
मैं ही जन्नत का नजारा हूं ,
आत्मसम्मान से भरी हुई ,
मैं स्नेह , करूणा की सागर ,
और शक्ति , ममता की गागर हूँ ,
मैं नारी हूं …. हां , मैं नारी हूँ …..
कोमलांगी , धैर्यवान ,
पर हौसलों से भरती हूं अपनी उड़ान ,
ना थकती हूं , ना रूकती हूँ ,
बस आगे ही आगे बढ़ती हूँ ,
लेकर हाथों में दुनिया की बागडोर,
बढ़ती ही जाती हूं शिखर की ओर , रुकेंगे ना कदम रूढ़िवादी परंपराओं से
तोड़ दूंगी बेडियां ,
अपने सफलता की उड़ानों से ,
क्यूंकि मैं नारी हूं …….
हां , मैं नारी हूं……….

स्वरचित
प्रणीता प्रभात
फरीदाबाद , हरियाणा

क्या लिखूं मैं तुम्हारे लिए 

तुझे सुकून लिखूं 
दिल का करार लिखूं 
होठों की हंसी 
या बसंती वो बयार लिखूं 

सारे राज जिसको कह जाऊं 
वो अपना लिखूं 
या मेरी जिंदगी को रौशन करता 
इक सपना लिखूं

इंतज़ार से भरी वो रातें लिखूं
बेकरार सी वो बातें लिखूं
तरसती निगाहें बेबस सी आहें
अंतर्मन में होती अपनी मुलाकातें लिखूं

क्या लिखूं मैं तुम्हारे लिए 
राधा सा वो निश्चल प्रेम या कृष्णा लिखूं
जिसको हर घड़ी पाने की ख्वाहिश करे ये दिल
तुझे वो ही मनमोहित मृगतृष्णा लिखूं”

Saritta Garii
Insta I’d  – sariita_writes017

जिदंगी
**
हर किसी पे विश्वास किया नही जाता
हर किसी से वार्तालाप किया नही जाता
ऐसे तो दुनिया में बहुत से लोग रहते है
पर हर किसी को मित्र बनाया नही जाता

पर जब कभी किसी से मिल जाता है मन
तो ढेर सारी बातें करने को करता है दिल
बांटकर उनसे सुख दुख व सोच विचार
खुशी से‌ दिल फुल सा जाता है खिल

खुशी को जितना बांटते है बढ़ती जाती है
खुश रहने से चेहरे की चमक बढ़ती जाती है
सबके जीवन में कोई न कोई उलझन होती है
पर मुस्कराते रहने से जिदंगी आसान हो जाती है

कांता कांकरिया

“प्रेम “
एक ऐसा अहसास है,
जो होता सबसे खास है।
हर प्रेमी की ये सास है,
उसके होठों की मुस्कान है,
एक जज़्बात है, कुछ खास है
एक प्यास है, ये दर्द भी है, ये ही आराम है, खुशी भी यही, और गम का अहसास है, दिल की ये खुराक है।
प्रेम…. एक दरिया है, मरते का सहारा है, मुरझाए फूलो को तर कर दे ये वो जरिया है, पत्थर को पिघला दे ये वो आग है, लाश में भी जान भर दे ये वो राग है।
प्रेम… ना तो इसमें हार है न जीत है , और ना ही कोई मंजिल, ये बस एक सफर है सुहाना , जहां आपका हमसफर है या तो बस उसकी यादें।

Jaiswalshiwan

Comments are closed.