28/08/2023 की प्रतियोगिता का विषय है “Happiness”। हमसे जुड़े हुए प्रतिभावान कवियों के कविताओं को पढ़िए । प्रेम, डर, और अंधकार ऐसे कई मायने होंगे जो कवियों के दिल को भावुक रखते है । ऐसी भावुकता का हम आदर करते है और उनकी भावनाओं को निपुण बनाना ही संकल्प है हमारा । हम हर रोज किसी न किसी विषय पर अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में Daily Challenge प्रतियोगिता के माध्यम से लेखकों तथा कवियों को उनकी बातों को कलम तक आने का मौका देते है । और जो सबसे अच्छा लिखते हैं । आप उनकी लेख इस पेज पर पढ़ रहे है
Happiness
Happiness
When negativity is out
Of the window the walls
And doors are adorned
With positivity and light
There is no more ego
To fight for happiness
Is achieved peace of mind
Blesses our soul and with
Our true selves without any
Lies and cheating we feel
Truly happy and healthy.
Kadambari gupta
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Facebook -id kadambari gupta
विषय -खुशी
कोई सुबह जल्दी उठकर खुश होता
कोई देर तक सोकर खुश होता
कोई विद्यालय जाकर खुश होता
कोई विद्यालय से छुट्टी लेकर खुश होता
कोई अच्छा भोजन खा कर खुश होता
कोई वजन घटाकर खुश होता
कोई दोस्तों के साथ खुश होता
कोई अकेले रहकर खुश होता
खुशी की सबकी अपनी परिभाषा
खुश रहने का महत्व सबसे ज्यादा
संजना पोरवाल
Ig- sanju porwal790
In giving lies true, HAPPINESS unfurled,
Feeding the hungry in the world.
Clothing the cold with warmth and care,
Granting solace in their despair.
To those with fading hope, extend a hand,
Reviving spirits like grains of sand.
A home for the homeless, lost and adrift,
A gesture of love, a precious gift.
Let HAPPINESS echo compassion’s grace,
Filling each heart’s empty space.
Contentment and purpose, intertwined,
In selfless acts, true joy we find.
Dr. SHUBHA MUKHERJEE
न सही खुशियाँ, ख़ुशी दे गया वो
फन ए शायरी की अशुफ्तगी दे गया वो
सुकून ए जीस्त का नाम ही है ख़ुशी
पयाम ए उल्फत की सादगी दे गया वो
दयारे मक़सद था खुलासा ए नस्र
रूहानियत को मेरी शायरी दे गया वो
तसकीन ए क़ल्ब दू मुही वो पेनी है
ख़ुशी ले कर वज़ह ख़ुशी दे गया वो
खिलोने, श्रृंगार, ताक़त, नस्लपरस्ती
हर उम्र की एक अलग़ ख़ुशी दे गया वो
……लईक अहमद अंसारी
खुशी क्या है ?
खुशी एक एहसास है
खुशी मां के आंचल का साथ है
खुशी अपनो का साया है
खुशी पिता का विश्वास है।
खुशी क्या है ?
खुशी मस्ज़िद की कुरान है
खुशी गीता का ज्ञान है
खुशी रोजा और रमज़ान है
खुशी मूरत में भगवान हैं।
खुशी क्या है ?
खुशी मित्रों का संग है
खुशी होली के रंग हैं
खुशी अपनो में अपनापन है
खुशी प्रेम का प्रसंग है
खुशी क्या है ?
खुशी मन की उमंग है
खुशी ह्रदय की तरंग है
खुशी पूरा परिवार है
खुशी सप्ताह का रविवार है ।
मनोज पाल
ज़िक्र जब जब तुम्हारा
शमा ने फरमाया है
दिल की मसर्रत(खुशी) ने हर राग में
इश्क का तराना गाया है………
Shraddha Bhatt
खुशियाँ अंतर्मन की भाव हैं
रिश्तों के मध्य लाती लगाव हैं||
अंतरात्मा की तमस दूर कर देती
न जादू न टोना ,बस इक नन्ही मुस्कान है||
Pallavi Bhardwaj
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